Edited By Ramkesh,Updated: 15 Apr, 2023 02:19 PM

उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का ऐलान हो गया है जिसके बाद से सभी राजनीतिक पार्टियां अपने जिताऊ उम्मीदवार को मैदान में उतारने की तैयारी में है। कुछ पार्टियां अपने प्रत्याशियों का ऐलान का चुकी है तो कुछ करने वाली है। वहीं भाजपा भी अपने प्रत्याशियों की...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का ऐलान हो गया है जिसके बाद से सभी राजनीतिक पार्टियां अपने जिताऊ उम्मीदवार को मैदान में उतारने की तैयारी में है। कुछ पार्टियां अपने प्रत्याशियों का ऐलान का चुकी है तो कुछ करने वाली है। वहीं भाजपा भी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जल्द ही जारी कर सकती है। समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात की। अब कयास ये लगाए जा रहे हैं कि भाजपा अपर्णा यादव को लखनऊ से मेयर पद का उम्मीदवार उतार सकती है। फिलहाल अभी पार्टी ने किसी के नाम का एलान नहीं है किया है। माना जा रहा है प्रत्याशियों के नामों पर केंद्रीय नेतृत्व ही अंतिम फैसला लेगा।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात के बाद इन चर्चाओं को और बल मिल रहा है कि अपर्णा यादव को बीजेपी मेयर पद का चुनाव लड़वा सकती है। हालांकि अभी पार्टी में टिकटों को लेकर मंथन चल रहा है। पार्टी सूत्रों की मानें तो 16 अप्रैल तक बीजेपी निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी। अब देखना होगा कि क्या अपर्णा यादव को लखनऊ मेयर पद उतारती है या नहीं ।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरी निकाय चुनाव की सिफारिशों को समायोजित करने हेतु उत्तर प्रदेश नगर निगम एवं नगर पालिका के नियमों में संशोधन के अध्यादेश को मंजूरी दी। उसके बाद निकाय चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हुई। कर दी है। मेयर की 8 सीटें आरक्षित की गई है जबकि आगरा के महापौर सीट अनुसूचित जाति (महिला), झांसी की सीट अनुसूचित जाति(एससी) के लिए सुरक्षित की गई है। शाहजहांपुर और फिरोजाबाद की सीट ओबीसी (महिला), सहारनपुर और मेरठ की सीट ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग), लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। शर्मा ने बताया कि वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन की आठ महापौर सीटें अनारक्षित की गई है।