Edited By Mamta Yadav,Updated: 14 Mar, 2023 01:59 AM

उमेश पाल (Umesh Pal) और उनके दो सुरक्षा गार्ड की 24 फरवरी की गोली और बम (Bomb) मारकर हत्या (Murder) के आरोप में शामिल सदाकत (Sadaqat) की न्यायिक हिरासत (Judicial custody) 11 दिनों के लिए बढ़ाई गई।
प्रयागराज: उमेश पाल (Umesh Pal) और उनके दो सुरक्षा गार्ड की 24 फरवरी की गोली और बम (Bomb) मारकर हत्या (Murder) के आरोप में शामिल सदाकत (Sadaqat) की न्यायिक हिरासत (Judicial custody) 11 दिनों के लिए बढ़ाई गई।

मामले में अगली सुनवाई 24 मार्च को होगी
शासकीय अधिवक्ता गुलाब चन्द्र अग्रहरी ने सोमवार को बताया कि सदाकत की न्यायिक अभिरक्षा 13 मार्च को पूरी हुई। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) डी के गौतम की अदालत में सदाकत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुआ था। सीजेएम डी के गौतम ने सदाकत की न्यायिक हिरासत 11 दिनों के लिए बढ़ाई। मामले में अगली सुनवाई 24 मार्च हो गयी। सदाकत के वकील ने मजिस्ट्रेट से पुलिस हिरासत में उसके टॉर्चर की आशंका जताई थी। मजिस्ट्रेट ने सुरक्षा कारणों से अभी न्यायिक हिरासत में रहने का आदेश दिया।

सदाकत ने ही रची थी उमेश पाल की हत्या की साजिश
गौरतलब है कि सदाकत इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम हॉस्टल के कमरा नम्बर 36 में अवैध रूप से रह रहा था। उसे हॉस्टल से निकाल दिया गया था और उसके कमरे को बंद कर दिया गया था। बाद में उसने ताला तोड़कर फिर से कब्जा कर लिया। पुलिस के अनुसार उमेश पाल की हत्या की साजिश सदाकत ने ही रची थी। उसने हत्याकांड में शामिल मुस्लिम गुड्डू और इस्लाम के साथ यहीं कई बार बैठक की थी। वह अतीक अहमद के शूटरों के साथ इसी कमरे में बैठकर रणनीति तैयार करता था। सदाकत ह्वाट्सअप काल के जरिए आरोपियों के संपर्क में था। उमेश पाल की हत्या के बाद वह गोरखपुर भाग गया था। एसटीएफ ने 27 फरवरी को गोरखपुर से उस समय गिरफ्तार किया था जब वह नेपाल भागने का प्रयास कर रहा था। एसटीएफ उसे पकडकर हास्टल के कमरे की जांच पड़ताल के लिए ले आयी। एसटीएफ की पूछताछ में सदाकत ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे।