Edited By Ajay kumar,Updated: 11 Oct, 2019 04:49 PM
उत्तर-प्रदेश में ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ वाराणसी के व्यापारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। त्योहारी मौसम और दिवाली के मद्देनजर ऑनलाइन शॉपिंग और स्थानीय व्यापारियों को होते नुकसान के मद्देनजर...
वाराणसी: उत्तर-प्रदेश में ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ वाराणसी के व्यापारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। त्योहारी मौसम और दिवाली के मद्देनजर ऑनलाइन शॉपिंग और स्थानीय व्यापारियों को होते नुकसान के मद्देनजर वाराणसी व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने जिलाधिकारी आवास के बाहर बैनर, तख्ती और नारों के साथ अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं ऑनलाइन शॉपिंग पर सरकार से नियंत्रण की मांग भी की।
दीपावली के पहले त्योहारी मौसम में ऑनलाइन शॉपिंग ने स्थानीय व्यापारियों की चिंता को कई गुना बढ़ा दिया है। इसी के मद्देनजर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के व्यापारियों ने वाराणसी व्यापार मंडल के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से व्यापारियों को हो रहे नुकसान से अवगत कराया। साथ ही ऑनलाइन व्यापार को नियंत्रण करने की भी मांग की। डीएम वाराणसी को ज्ञापन देने के पहले दर्जनों की संख्या में जुटे व्यापारियों ने डीएम आवास के बाहर बैनर, तख्ती और नारों के साथ ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की। इस दौरान महिला व्यापारी भी मौजूद रहीं। व्यापारियों की दलील थी कि ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए उनका व्यापार चौपट होता जा रहा है और अगर सरकार इस पर नियंत्रण नहीं लगाएगी तो आने वाले दिनों में उनका धंधा पूरी तरह से ठप हो जाएगा। मांगे न माने जाने पर व्यापारियों ने आगे भी अपने विरोध के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ आवाज उठाते रहने की बात बताई।
ऑनलाइन शॉपिंग से कुटीर व्यापार पूरी तरह ध्वस्त हो गया है: अजीत सिंह बग्गा (अध्यक्ष, वाराणसी व्यापार मंडल)
हम व्यापारियों ने मुख्यमंत्री जी के नाम का एक ज्ञापन DM को सौंपा है। जिसमें हम लोगों की यह मांग है कि ऑनलाइन शॉपिंग को जल्द बंद कर दिया जाए। इस ऑनलाइन शॉपिंग से कुटीर व्यापार पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। दीपावली जैसे पावन त्योहार की रौनक अभी नहीं आई है। व्यापार में कहीं भी तेजी नहीं है। हर व्यापारी मद्दी कि मार से परेशान है। दिन-प्रतिदिन ऑनलाइन व्यापार कब्जा करता जा रहा है। जिससे कुटीर उद्योग बंद होते जा रहे हैं। पिछली बार तो 60-65% का कब्जा था। इसबार तो लगता है कि 90% से ऊपर चला जाएगा। अगर हमारी यह मांगे पूरी नहीं की गई तो हम लोग इसके लिए आंदोलन करेंगे, प्रेस वार्ता करेंगे, जन-जागरुकता चलाएंगे तरह-तरह की मीटिंग करके इसकी व्यवस्था करेंगे।