Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 13 Feb, 2021 06:20 PM
इंटरनेट पर अश्लील साइट देखने वालों की अब खैर नहीं है, क्योंकि साइबर क्राइम को लेकर यूपी पुलिस और ज्यादा सख्त हो गई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की 1090 सेवा ने नई योजना बनाई है। इंटरनेट पर अश्लीलता देखने वालों पर अब 1090 की एक टीम नजर रखेगी।...
लखनऊ: इंटरनेट पर अश्लील साइट देखने वालों की अब खैर नहीं है, क्योंकि साइबर क्राइम को लेकर यूपी पुलिस और ज्यादा सख्त हो गई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की 1090 सेवा ने नई योजना बनाई है। इंटरनेट पर अश्लीलता देखने वालों पर अब 1090 की एक टीम नजर रखेगी। जिसके चलते सारी जानकारी पुलिस के पास जाएगी। जो एक डाटा के रूप में इकट्ठा होगी। इसके पीछे वजह ये है कि भविष्य में यदि कोई महिलाओं संग कोई अप्रिय घटना हो तो अपराधी को पकड़ने में सहायता होगी। जमा डाटा इसमें सहायता करेगा।
इस बारे में एडीजी नीरा रावत ने बताया कि इंटरनेट के बढ़ते हुए प्रयोग को देखते हुए 1090 ने भी लोगों तक पहुंचने के लिए इसी माध्यम का प्रयोग किया। एडीजी के मुताबिक इंटरनेट के एनालिटिक्स को स्टडी करने के लिए oomuph नाम की एक कंपनी से रखा गया है। वो डेटा के माध्यम इंटरनेट क्या सर्च किया जा रहा है इस पर नजर रखेगी। अगर कोई व्यक्ति इंटरनेट पर अश्लीलता देखते है तो उसके संकेत एनालिटिक्स टीम को मिल जाएंगे।
उन्होंने कहा कि टीम उसके बारे में 1090 टीम को बता देगी. 1090 की टीम उस व्यक्ति को ऐसी सामग्री से सचेत रहने के लिए जागरूकता के मेसेज भेजेगी। ऐसा करने से अपराध की शुरुआत पर ही रोक लगाई जा सकेगी। यदि फिर भी महिलाओं से छेड़छाड़ की तो 1090 कार्रवाई करेगा। नीरा रावत ने बताया कि पायलेट प्रोजेक्ट के तहत सूबे के छह जिलों में यह व्यवस्था शुरू कराई गई थी, जिसमें काफी अच्छा रिस्पांस आया है। सूबे में करीब 11.6 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं. मुख्य रूप से वे सभी लोग 1090 के टारगेट में हैं।