Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 Feb, 2023 03:48 PM
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में कृषि निर्यात को बढ़ावा देने तथा प्रगतिशील किसान (Farmer) व अन्य हितधारकों की क्षमता निर्माण एवं निर्यात नीति के प्रचार प्रसार हेतु कृषि निर्यात नीति के अंतर्गत कानपुर (Kanpur) में मंडल स्तरीय...
कानपुर(अंबरीश त्रिपाठी): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में कृषि निर्यात को बढ़ावा देने तथा प्रगतिशील किसान (Farmer) व अन्य हितधारकों की क्षमता निर्माण एवं निर्यात नीति के प्रचार प्रसार हेतु कृषि निर्यात नीति के अंतर्गत कानपुर (Kanpur) में मंडल स्तरीय कृषि निर्यात कार्यशाला का आयोजन किया गया। अटल बिहारी बाजपेई प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यशाला में कानपुर मंडल के किसानों ने शिरकत की। इस दौरान कानपुर देहात (Kanpur Dehat) से आए एक किसान (Farmer) अपने साथ 5 फुट से लंबी लौकी (Gourd) वह रंग बिरंगी गोभी (Cabbage) को देखकर कृषि अधिकारियों में तो कौतूहल जाग उठा।
अलग करने की चाहत में वह कुछ हटकर करते हैं खेती
जानकारी के मुताबिक, कानपुर देहात के किसान बाबूलाल निषाद ने बताया कि अधिकतर किसान सब की नकल करते हैं लेकिन, कुछ अलग करने की चाहत में वह कुछ हटकर खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि अपने खेतों में कई प्रकार की सब्जियों का उत्पादन करते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 6 फुट की लौकी और 6 फुट की ककड़ी का उत्पादन किया था। उनका कहना था पीछे भीगे की खेती में इस तरह की सब्जियों का उत्पादन करते हैं, लेकिन मार्केट में इसका उचित मूल्य नहीं मिल पाता है।
कानपुर मंडल के प्रगतिशील किसान, एक्सपोर्ट व हितधारक हुए शामिल
आपको बता दें कि कृषि विपणन निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया की उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति के अंतर्गत किसानों के निर्यात को सुधार कर लाभ दिलाने के लिए इसका आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कृषि को किस तरीके से बढ़ाया जाए इसको लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। इस कार्यशाला में कानपुर मंडल के प्रगतिशील किसान, एक्सपोर्ट व हितधारक इसमें शामिल हुए हैं।