Edited By Ramkesh,Updated: 02 Aug, 2025 05:58 PM

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में चार महीने से लापता 9 साल के मासूम को लेकर थाना भलुअनी पुलिस ने बड़ा खुलासा कर खौफनाक साजिश से पर्दा उठा दिया है। दरअसल, थाना भलुअनी पुलिस द्वारा अपहृत बालक की हत्या की घटना का किया गया सफल अनावरण कर इस घटना में...
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में चार महीने से लापता 9 साल के मासूम को लेकर थाना भलुअनी पुलिस ने बड़ा खुलासा कर खौफनाक साजिश से पर्दा उठा दिया है। दरअसल, थाना भलुअनी पुलिस द्वारा अपहृत बालक की हत्या की घटना का किया गया सफल अनावरण कर इस घटना में संलिप्त कुल 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल बरामद कर लिया है।
मृतक का पिता जाने वाला था विदेश बालक के अपहरण के बाद परिजन लगातार खोजबीन कर रहा था, लेकिन उसका कहीं भी सुराग नहीं मिला। योगेश को वापस जाने के लिए 29 जुलाई को उसकी फ़्लाइट थी, लेकिन उसके बेटे का कहीं पता न चलने पर वह अपना टिकट कैंसिल करा लिया और विदेश नहीं गया। फिलहाल पुलिस ने बच्चे के अपहरण का खुलासा कर आरोपियों को विधिक कार्रवाई के बाद न्यायल में पेश कर दिया है।
पुलिस ने बताया 17 अप्रैल को 9 वर्षीय आरुष गौड़ के लापता होने की शिकायत उनके चाचा सोमनाथ गौड़ ने दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की गहन जांच के लिए टीमें गठित की थीं। लेकिन मामले में कुछ भी पुलिस को साक्ष्य नहीं मिल रहा था, लेकिन घटना को लेकर अधीक्षक विक्रान्त ने सक्रियता दिखाई और पुलिस टीम का गठन कर भलुअनी पुलिस को जांच के लिए सौंपी पुलिस ने चार महीने बात घटना का खुलासा कर सभी को चौंका दिया है।
पुलिस के मुताबिक मृतक के रिश्ते चार रिश्तेतादों ने बच्चे नरबलि के उसका अपहरण किया था। जयप्रकाश गौड़, इन्द्रजीत गौड़, भीम गौड़ और रमाशंकर उर्फ शंकर गौड़ ने मिलकर आरुष का अपहरण किया। हत्या के बाद शव को नदी में फेंक दिया गया। पुलिस अधीक्षक देवरिया, विक्रांत वीर ने बताया कि इस मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम को 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया जाएगा।