Edited By Pooja Gill,Updated: 01 Oct, 2023 02:25 PM

नई दिल्ली/ लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान की अपील पर नेताओं से लेकर छात्रों तक, सभी क्षेत्रों के लोगों ने रविवार को एक घंटे के श्रमदान में हिस्सा लिया। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, इस अभियान...
नई दिल्ली/ लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान की अपील पर नेताओं से लेकर छात्रों तक, सभी क्षेत्रों के लोगों ने रविवार को एक घंटे के श्रमदान में हिस्सा लिया। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, इस अभियान के तहत देशभर में 9.20 लाख से अधिक स्थानों पर स्वच्छता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की पिछली कड़ी में मोदी ने सभी नागरिकों से एक अक्टूबर को 'स्वच्छता के लिए एक घंटे का श्रमदान' करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर यह 'स्वच्छांजलि' होगी।

देशभर में केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने झाड़ू उठाकर 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान में हिस्सा लिया। लखनऊ में ‘स्वच्छता पखवाड़ा' में हिस्सा लेने वाले उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री की अपील पर देशभर में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने सभी लोगों से इस अभियान में हिस्सा लेने की अपील की।
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वहीं, केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने कहा कि गैर-सरकारी संगठनों, बाजार संघों, स्वयं सहायता समूहों, धार्मिक समूहों, व्यापार निकायों और निजी क्षेत्र की कंपनियों ने 22,000 से अधिक बाजार क्षेत्रों, 10,000 जल निकायों, 7,000 बस स्टैंड/टोल प्लाजा, 1,000 गौशालाओं, 300 चिड़ियाघरों और वन्यजीव क्षेत्रों तथा ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में विभिन्न स्थानों पर स्वेच्छा से 'श्रमदान' किया। राज्यों में उत्तर प्रदेश ने स्वच्छता अभियान के लिए एक लाख से अधिक स्थलों को चुना, जबकि महाराष्ट्र ने समुद्र तटों, धार्मिक स्थानों, स्कूल, कॉलेज और जल निकायों सहित 62,000 से अधिक स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किया। तेलंगाना में इस अभियान के दौरान ऐतिहासिक महत्व के मंदिरों में सफाई की गई।