Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Nov, 2024 03:18 PM
UP News: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को जेल में बंद पार्टी नेता मोहम्मद आजम खान के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की तथा आश्वासन दिया कि पार्टी उनके साथ है...
UP News: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को जेल में बंद पार्टी नेता मोहम्मद आजम खान के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की तथा आश्वासन दिया कि पार्टी उनके साथ है। इसके बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उन पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को आखिरकार चुनाव आते ही आजम खां और उनके परिवार की याद आ ही गई।
'सपा अध्यक्ष ने आजम खां का साथ नहीं दिया'
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि ''हम अखिलेश यादव का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने रामपुर पहुंचकर आजम खां की पत्नी डॉक्टर तंजीम फातिमा से मुलाकात की। काश उन्होंने ये कदम पहले उठाया होता और उनके साथ खड़े होते तो आजम खां और उनके परिवार की ये दुर्दशा नहीं होती। मौलाना ने कहा कि आजम खां समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। मुलायम सिंह को मुसलमानों के दरम्यान जाकर परिचय कराने और मुसलमानों का मसीहा बताने वाले भी आजम खां ही हैं। मगर जिन दिनों आजम खां गर्दिश में आए, उनके खिलाफ मुकदमे लिखे गए, उनको जेल भेजा गया, उस वक्त अखिलेश यादव सपा की कमान संभाल चुके थे। अखिलेश ने बतौर सपा अध्यक्ष आजम खां का साथ नहीं दिया और न ही सपा कार्यकर्ताओं को जिला स्तर पर किसी धरना प्रदर्शन करने की इजाजत दी।''
'अखिलेश अपने खास लोगों के समर्थन में नहीं खड़े हो सकते तो...'
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि अखिलेश यादव अगर मुश्किल दौर में आजम खान के साथ खड़े होते तो आज आजम खां और उनका परिवार जेल में न होता। अखिलेश अपने खास लोगों के समर्थन में नहीं खड़े हो सकते हैं तो आम जनता के हितों के लिए क्या काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अब समाजवादी पार्टी का चेहरा और ढांचा बदल गया है। मुलायम सिंह यादव के समय में सपा आंदोलनकारी संगठन के तौर पर बहुत मशहूर थी। वो हर मुद्दे पर जनता के हितों के लिए आंदोलन किया करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।