Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 25 Dec, 2020 01:02 PM

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का कथित आरोप लगाए जाने से आहत एक तहसीलदार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर किसी दूसरी जगह तैनाती...
बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का कथित आरोप लगाए जाने से आहत एक तहसीलदार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर किसी दूसरी जगह तैनाती देने और संपूर्ण सेवाकाल में हासिल की गई संपत्ति की जांच कराने का आग्रह किया है। बैरिया तहसील के तहसीलदार शिवसागर दुबे ने जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि बैरिया क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार सुबह फोन कर उन्हें ‘भ्रष्टाचारी' कहा।
दुबे ने पत्र में कहा कि वह विधायक के आरोप से बहुत आहत हैं और करीब 31 वर्ष के सेवाकाल में किसी ने भी उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया था। उन्होंने लिखा है कि तहसीलदार एक महत्वपूर्ण पद है जिसमें भ्रष्टाचार करने का मौका है इसलिए उन्हें ऐसे पद पर तैनाती दे दी जाए जहां भ्रष्टाचार करने का कोई अवसर ही ना हो। तहसीलदार ने पत्र में जिलाधिकारी से यह भी अनुरोध किया है कि वह उनकी संपत्ति की जांच करा लें और अगर कहीं से भी लगे कि उन्होंने भ्रष्टाचार किया है तो उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाए।
उधर, भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बैरिया के तहसीलदार पर स्वेच्छाचारी होने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘उनकी गलत कारगुजारियों के कारण सरकार की बदनामी हो रही है और समाज में अशांति फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है। '' सिंह ने कहा कि तहसीलदार ने भरतछपरा गांव में दो माह पहले राजस्व विभाग द्वारा भूमि की पैमाइश के बाद गाड़े गए पत्थरों को बिना किसी नोटिस के निकलवा कर फेंक दिया जिससे इलाके में अशांति की आशंका बढ़ गई है। विधायक ने कहा कि उन्होंने तहसीलदार को समझाया था लेकिन उन्होंने दबाव बनाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिख दिया है।