'ये कश्मीर के मेहमान हैं, मासूम हैं, इन्हें मत मारो', आतंकियों से अकेले भिड़ गया सैयद हुसैन, पर्यटकों को बचाने में गंवाई जान

Edited By Purnima Singh,Updated: 23 Apr, 2025 07:23 PM

syed hussain fought the terrorists alone

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में  एक कश्मीरी युवक सैयद हुसैन शाह ने भी अपनी जान गंवाई है। सैयद हुसैन शाह घोड़े चलाने का काम करता था और पहलगाम के पास अशमुकाम का रहने वाला था.....

Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में  एक कश्मीरी युवक सैयद हुसैन शाह ने भी अपनी जान गंवाई है। सैयद हुसैन शाह घोड़े चलाने का काम करता था और पहलगाम के पास अशमुकाम का रहने वाला था। उसके पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा बताया कि मंगलवार को हमले वाले दिन भी वह पहलगाम घोड़े चलाने के लिए गया था। तीन बजे उन्हें पता चला कि बैसरन में हमला हो गया है।

घर में अकेला कमाने वाला था सैयद हुसैन
शाह ने रुंधे गले से कहा कि जान चली गई। वो चला गया तो अब किसी से क्या कहें। हमें इंसाफ चाहिए। आतंकवादियों ने ऐसा क्यों किया? वो बेगुनाह था। बेगुनाह मारा गया। उन्होंने आगे बताया कि वह घर में अकेला कमाने वाला सदस्य था। 

आतंकियों से भिड़ गया था हुसैन
प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, सैयद हुसैन शाह अपने घोड़े पर टूरिस्ट्स को घुमाने के लिए बैसरन गया था। हमले के वक्त वह घटनास्थल पर मौजूद था। सैयद हुसैन ने आतंकियों से कहा, 'ये कश्मीर के मेहमान हैं। मासूम हैं। उन्हें मत मारो।' लेकिन आतंकियों ने उसकी एक न सुनी। निर्दोष लोगों को गोलियों से मार रहे आतंकियों से बचाने के लिए सैयद हुसैन उनसे भिड़ गया। साथ ही उनकी राइफल छीनने की भी कोशिश की। इस पर हमलावर ने उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।  

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