Edited By Ajay kumar,Updated: 21 Jul, 2023 06:33 PM

समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को एक और बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे चौधरी हरमोहन सिंह के बेटे और पूर्व राज्यसभा सदस्य चौधरी सुखराम सिंह यादव भी अब उनका साथ छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को एक और बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे चौधरी हरमोहन सिंह के बेटे और पूर्व राज्यसभा सदस्य चौधरी सुखराम सिंह यादव भी अब उनका साथ छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

बस सही वक्त का इंतजार
मुख्यमंत्री योगी से मिलने के बाद विधानपरिषद के पूर्व सभापति सुखराम सिंह यादव के भाजपा में जाने की अटकले लगाई जा रही हैं। एक न्यूज पेपर के विशेष संवाददाता से उन्होंने भी कहा कि विकल्प खुला है बस सही वक्त का इंतजार है। ताजिंदगी समाजवादी रहे पिता चौधरी हरमोहन सिंह यादव का मेहरबान सिंह का पुरवा स्थित घर कभी सपा की राजनीति का केंद्र हुआ करता था। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जब भी कानपुर आए कुछ मौकों को छोड़ दे तो वे मेहरबान सिंह का पुरवा जरूर गए, लेकिन सुखराम सिंह यादव का सपा प्रमुख अखिलेश यादव से किसी बात को लेकर मनमुटाव हो गया। इसलिए सपा के कार्यक्रमों से सुखराम ने दूरी बना ली।

शिवपाल यादव ने नई पार्टी बनाई तो सुखराम उनके साथ नजर आए
जब अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने नई पार्टी बनाई तो सुखराम उनके साथ नजर आए लेकिन सपा से त्यागपत्र नहीं दिया। हां दो साल पहले उनके बेटे चौधरी मोहित सिंह ने भाजपा का दामन जरूर थाम लिया था। अब लोकसभा चुनाव होना है और सपा विधायक एवं पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान ने भाजपा का दामन थाम लिया है ऐसे में माना जा रहा है कि सुखराम भी भगवा रंग में कभी भी रंग सकते हैं। सुखराम यदि भाजपा में जाते हैं तो सपा के लिए यह बड़ा झटका होगा। सुखराम सपा पर खुली टिप्पणी से बचते हैं पर इशारे-इशारे में सबकुछ कह भी जाते हैं। बहुत कुरेदने पर वह कहते हैं कि विकल्प खुला है, और 'सही वक्त का इंतजार है।