Edited By Purnima Singh,Updated: 07 Feb, 2025 04:21 PM
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदाताओं ने 5 फरवरी को अपने मताधिकार का उपयोग किया था। मतदाताओं ने अपने बहुमूल्य वोट से 10 उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम में कैद किया था। लेकिन मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर सपा ने भाजपा पर...
वाराणसी : अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदाताओं ने 5 फरवरी को अपने मताधिकार का उपयोग किया था। मतदाताओं ने अपने बहुमूल्य वोट से 10 उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम में कैद किया था। लेकिन मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर सपा ने भाजपा पर वोटों की धांधली का आरोप लगाया था। मिल्कीपुर उपचुनाव में हुई कथित धांधली को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पहले केंद्रीय चुनाव आयोग को कफन भिजवाया था। अखिलेश यादव ने कहा था कि चुनाव आयोग मर गया है, उसे सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा। अब सपा कार्यकर्ताओं ने वाराणसी में कफन के साथ चुनाव आयोग का पिंडदान किया है।
वाराणसी के पितरकुंडा में 7 जनवरी को सपा के लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ता एकत्रित हुए। सपाइयों ने पहले तो भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। फिर विधि-विधान से चुनाव आयोग के पिंड दान की प्रक्रिया पूरी की। सपाइयों का कहना था कि हमारे नेता ने जब कह दिया कि चुनाव आयोग मर गया है तो हमने आज उसका पिंड दान भी कर दिया।
दरअसल, मिल्कीपुर में हुए मतदान के दौरान से ही समाजवादी पार्टी चुनाव आयोग, अयोध्या पुलिस-प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर मिल्कीपुर उपचुनाव में बेईमानी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने के आरोप लगाए हैं। सपा प्रमुख ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के गुंडों ने मिल्कीपुर उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की, पुलिस-प्रशासन का उन्हें खुला संरक्षण मिलता नजर आया। सपा ने ये भी आरोप लगाया कि मिल्कीपुर में फर्जी तरीके से बीजेपी के पक्ष में मतदान कराया गया। हालांकि, सपा के इन आरोपों का स्थानीय प्रशासन ने खंडन किया है।