त्रेतायुग की तरह सजेगी अयोध्या : बाजे गाजे के साथ निकलेगी श्री राम की बरात, मनमोहक दृश्य देखने आ रहे हजारों श्रद्धालु

Edited By Imran,Updated: 22 Nov, 2024 12:05 PM

shri ram s wedding procession will take place with musical instruments

राम मंदिर हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा इसी साल 22 जनवरी को हुई थी । प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार श्री राम विवाह उत्सव अयोध्या में मनाया जा रहा है । जिसके लिए तैयारियां काफी पहले से ही शुरू हो गई हैं।  रामनगरी अयोध्या के...

अयोध्या: राम मंदिर हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा इसी साल 22 जनवरी को हुई थी । प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार श्री राम विवाह उत्सव अयोध्या में मनाया जा रहा है । जिसके लिए तैयारियां काफी पहले से ही शुरू हो गई हैं।  रामनगरी अयोध्या के मंदिरों में श्री राम विवाह उत्सव की तैयारियों को अंतिम रुप दिया जा रहा है। पूरे शहर को एक बार फिर त्रेतायुग की तरह सजाने की भरपूर कोशिश हो रही है। 

दशरथ महल में बजेंगी शहनाइयां 
अयोध्या में राम विवाह उत्सव की परंपरा त्रेता युग से चली आ रही है । माना जाता है कि इस दौरान महाराजा दशरथ के राजमहल में श्री राम के विवाह उत्सव का अद्भुत आयोजन किया गया था । जिसमें दुनिया भर से राजा महाराजा और देवी देवता शामिल हुए थे । इसी परंपरा का पालन करते हुए एक बार फिर श्री राम के विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा । 6 दिसंबर को विवाह पंचमी पर श्री राम और माता सीता की भव्य बरात निकाली जाएगी । उत्सव में महाराजा दशरथ महल के राजभवन में शहनाइयां बजाई जाएंगी । बता दें कि रामकोट क्षेत्र स्थित राम मंदिर के पूरब में महाराजा दशरथ का प्राचीन राजमहल बना हुआ है ।

मन मोह लेगी विवाह की झांकी 
एक दिसंबर से मंदिर प्रांगण के जगदगुरु राम दिनेशाचार्य श्री राम कथा का आयोजन विधि-विधान से करेंगे ।  इसमें धार्मिक अनुष्ठान के साथ हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक गणेश पूजा, तेल पूजा, हल्दी रस्म, मेहंदी रस्म के साथ राम बरात का आयोजन किया जाता है । अयोध्या के दर्जनों मंदिर में भगवान राम और माता सीता के विवाह की झांकी दिखाई जाएगी । जिसके अद्भुत दृश्य आपका मन मोह सकते हैं । 

तमाम राज्यों से शामिल होंगे भक्त 
दशरथ महल के महंत बिंदुद्दाचार्य देवेंद्र प्रसादाचार्य के उत्तराधिकारी राम भूषण दास कृपालु ने बताया कि श्री राम विवाह उत्सव के लिए चित्रकूट और महाराष्ट्र से शहनाई वादकों को बुलाया गया है । सभी रस्मों को पूरा करते हुए विवाह को संपन्न कराया जाएगा । उन्होंने आगे बताया कि इस साल 51 महिलाएं मंगल कलश लेकर बारात में शामिल होंगी । इस उत्सव में शामिल होने के लिए बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों से भक्त आ रहे हैं ।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!