Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Aug, 2022 02:06 PM

यूपी के प्रयागराज में तेजी से बढ़ रही गंगा और यमुना ने अब रौद्र रुप धारण कर लिया है, जिससे हजारों घर प्रभावित हो रहे हैं। कुछ दिन पहले ही संगम स्तिथ प्राचीन लेटे हुए हनुमान मंदिर भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया था। हालांकि ए...
प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज में तेजी से बढ़ रही गंगा और यमुना ने अब रौद्र रुप धारण कर लिया है, जिससे हजारों घर प्रभावित हो रहे हैं। कुछ दिन पहले ही संगम स्तिथ प्राचीन लेटे हुए हनुमान मंदिर भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया था। हालांकि एक दिन के ठहराव के बाद दोनों नदियों का जलस्तर फिर से तेज गति से बढ़ रहा है। गंगा जहां खतरे के निशान को पार करने के करीब पहुंच गई है। वहीं यमुना भी डेंजर लेवल को पार करने को बेकरार है। दोनों नदियों के बढ़ते जलस्तर से कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाके में सबसे ज्यादा परेशानी हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को हो रही है। छात्रों का कहना है कि अलग-अलग जिलों से छात्र यहां आकर के पढ़ाई करते हैं ऐसे में जलस्तर बढ़ने से उनके कमरे तक पानी पहुंच रहा है। ऐसी स्थिति में वह अपना पूरा सामान समेट रहे है और दूसरी जगह शिफ्ट होने को मजबूर हो रहे हैं। हालाकि छात्रों का कहना है कि इस स्थिति में ना तो उनको कहीं दूसरा कमरा मिल पाता है और अगर कोई कमरा मिल भी गया तो उसका किराया बहुत ज्यादा होता है जो उनके लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है।
बता दें कि गंगा खतरे के निशान से थोड़ी ही दूर है बीते 24 घंटों में गंगा 65 सेंटीमीटर और यमुना 80 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है, जिससे जल्द ही दोनों नदिया डेंजर लेवल को पार कर सकती है। ऐसे में माना जा रहा है कि शहर वासियों की मुसीबत बढ़ना तय है। गंगा के बढ़ते हुए जलस्तर से बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोग दहशत में है। साथ ही तेज हवा के कारण नदियों में उठ रही एक फीट से उंची लहरों को देखकर भी लोग घबराये हुए है। लोग अपने घरों में कैद हुए दिखाई दिए। हमारी टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र छोटा बघाड़ा पहुंची और वहां के हालात का जायजा लिया, लोग बड़ी ही मुसीबत से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। कई लोगों के घरों तक पानी आ गया जिसकी वज़ह से उनको अपनी छत पर ही कैद होना पड़ रहा हैं।