Edited By Ramkesh,Updated: 05 Jan, 2022 02:13 PM
उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले की कुंडा से निर्दलीय विधायक एवं जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने 11 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया। राजा भैया ने लखनऊ के अवध क्लार्क होटल में प्रेस वार्ता करते हुए इसकी...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले की कुंडा से निर्दलीय विधायक एवं जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने 11 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया। राजा भैया ने लखनऊ के अवध क्लार्क होटल में प्रेस वार्ता करते हुए इसकी जानकारी दी।
प्रत्याशियों के नाम इस प्रकार हैं:- बाबागंज विधानसभा से विनोद सरोज, सोरांव विधानसभा से डॉ सुधीर राय, फाफामऊ से श्री लक्ष्मी नारायण जायसवाल, जालौन के उरई विधानसभा से श्री विजय चौधरी, गोंडा के गौरा विधानसभा से डॉ श्याम नारायण वर्मा, बहराइच के कैसरगंज विधानसभा से मोहम्मद हजरतदीन अंसारी, जालौन के माधवगढ़ विधानसभा से डॉ विजय सिंह, जालौन के माधवगढ़ विधानसभा से डॉ विजय सिंह, बदायूं से बिलसी विधानसभा से श्री शैलेंद्र, सोनभद्र के रावटसगंज विधानसभा से श्री वीरेंद्र मौर्य, एटा के जगेशरगंज श्री धीरज धोबी, का नाम शामिल है।
बता दें कि राजा भैया प्रतापगढ़ के कुंडा विधान सभा से 1993 से अभी तक लगातार 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके है। विधानसभा चुनाव 2012 में भी भारी मतों से जीतकर विधानसभा सदस्य हैं। राजा भैया का बसपा सरकार में मुकदमे में मायावती ने जेल में भेज दिया था सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने। 15 मार्च, 2012 को राजा भैया पुनः उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट में कारागार एवं खाद्य एवं रसद मंत्री बने, लेकिन 2 मार्च 2013 को कुंडा में तिहरे हत्याकांड मामले में डी. एस. पी. जिया उल हक के हत्या मामले राजा भैया का नाम आने पर उन्होंने 4 मार्च, 2013 को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
हालांकि बाद में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो के प्रारंभिक जांच में ही राजा भैया निर्दोष पाए गए और क्लोजर रिपोर्ट में इन्हें क्लीन चिट मिल गई। सी.बी. आई . की अंतरिम रिपोर्ट में राजा भैया को पूरी तरह क्लीन चिट मिल गयी और 11 अक्टूबर को उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्मान सहित पुनः कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया और वर्तमान सरकार में रघुराज प्रताप सिंह खाद्य, रसद एवं आपूर्ति विभाग के मंत्री हैं। फिलहाल उन्होंने अपनी एक पार्टी का गठन कर लिया है। उन्होंने 2022 विधान सभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है।