Edited By Mamta Yadav,Updated: 30 Jul, 2025 08:44 PM

शाहजहांपुर में तैनात ट्रेनी IAS अधिकारी रिंकू सिंह राही का तबादला कर दिया गया है। उन्हें अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित राजस्व परिषद में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये तबादला उस घटनाक्रम के बाद हुआ है, जिसने राज्य भर के प्रशासनिक और वकील...
शाहजहांपुर/लखनऊ: शाहजहांपुर में तैनात ट्रेनी IAS अधिकारी रिंकू सिंह राही का तबादला कर दिया गया है। उन्हें अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित राजस्व परिषद में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये तबादला उस घटनाक्रम के बाद हुआ है, जिसने राज्य भर के प्रशासनिक और वकील समुदाय के बीच बहस छेड़ दी।

SDM के पहले दिन का फैसला बना विवाद
29 जुलाई को SDM के रूप में कार्यभार संभालने वाले रिंकू सिंह राही ने पुवायां तहसील में निरीक्षण के दौरान एक मुंशी को खुले में शौच करते देखा। इसे अनुशासनहीनता मानते हुए राही ने सार्वजनिक रूप से मुंशी को कान पकड़कर उठक-बैठक करने की सजा दे दी। यही घटना उनके तबादले की बड़ी वजह बन गई।

वकीलों का फूटा गुस्सा, धरना और प्रदर्शन शुरू
इस कार्यवाही से नाराज वकीलों ने इसे तहसील कर्मियों का अपमान बताया और विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि तहसील में स्वच्छता की व्यवस्था बेहद खराब है और शौचालयों की दुर्दशा के कारण कर्मचारी खुले में जाने को मजबूर हैं। वकीलों ने राही पर दोषारोपण करते हुए धरना तेज कर दिया।
IAS अधिकारी ने खुद की सजा, फिर भी ट्रांसफर
स्थिति को शांत करने के लिए रिंकू सिंह राही ने खुद कान पकड़कर पांच उठक-बैठक लगाईं और कहा, "स्वच्छता की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है, इसलिए यदि गलती हमारी है, तो हम भी सजा भुगतेंगे।" इस विनम्र कदम की जहां कुछ लोगों ने सराहना की, वहीं कुछ ने इसे प्रशासनिक कमजोरी करार दिया।
EWS प्रमाणपत्र में देरी भी था विवाद की जड़
इससे पहले से ही वकील EWS सर्टिफिकेट में देरी और तहसीलदार राघवेश मणि त्रिपाठी की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में उठक-बैठक की घटना ने माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
राही की उठक-बैठक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इसके बाद ट्रेनी IAS को लखनऊ स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। यह मामला अब अफसरों की कार्यशैली और संवेदनशीलता को लेकर एक व्यापक बहस का रूप ले चुका है।