Edited By Prashant Tiwari,Updated: 25 Jan, 2023 01:00 PM
दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर मंगलवार को पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की सुबह पूजा पाठ करने के बाद गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार पहुंचे। जहां प्रदेश भर से न्याय के लिए जनता दरबार में आए लोगों की समस्याएं सुनने के साथ ही...
गोरखपुर: दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर मंगलवार को पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की सुबह पूजा पाठ करने के बाद गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार पहुंचे। जहां प्रदेश भर से न्याय के लिए जनता दरबार में आए लोगों की समस्याएं सुनने के साथ ही तत्काल उन्हें हल करने के आदेश दिए। जनता दरबार में बढ़ती भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर करते अधिकारियों को अपना काम ईमानदारी से करने को कहा।
सबसे ज्यादा जमीन कब्जाने के मामले
बुधवार को गोरखपुर में लगे जनता दरबार में करीब 300 से ज्यादा लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। जिसमें सबसे ज्यादा मामले जमीन विवाद और थाने से जुड़े थे। जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उन लोगों की समस्याओं का समाधान जल्द हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया की इन लोगों की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति को तुरंत न्याय दिलाना हमारी सरकार की प्राथमिकता हैं। किसी को भी किसी भी प्रकार की समस्या हो तो वह तुरंत उन से या जिम्मेदार व्यक्ति से संपर्क करें।
लोगों को जल्द न्याय दिलाए अधिकारी
जनता दरबार के दौरान मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि समस्याओं के निराकरण में देरी न हो। समय का ध्यान रखने के साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि फरियादी, निस्तारण की कार्रवाई से संतुष्ट हों। जनता दरबार में जमीन विवाद और थाने से जुड़े सर्वाधिक मामले आने पर मुख्यमंत्री ने चिंता जताई और कहा कि कहीं न कहीं थाने और तहसील स्तर पर इसे लेकर लापरवाही हो रही है। समस्याओं के समाधान की उम्मीद लेकर मंदिर पहुंचे लोगों के पास मुख्यमंत्री खुद बारी-बारी पहुंचे।
लोगों को यहां आना दर्शाता हैं कि अधिकारी काम नहीं करते
जनता दरबार में लगातार बढ़ती भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल करते हुए कहा कि यहां बढ़ती लोगों की भीड़ दर्शाता हैं कि जिला स्तर पर अधिकारी इन समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे हैं। अगर इन समस्याओं का समाधान वहां हो जाता तो इन लोगों को इतना परेशान नहीं होना पड़ता। मैं बार- बार अधिकारियों को चेतावनी दे रहा हूं अभी वक्त हैं सुधर जाइए और अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से कीजिए नहीं तो मुझे कठोर कार्रवाई करने में ज्यादा देर नहीं लगेगा।