Edited By Umakant yadav,Updated: 16 Feb, 2021 01:00 PM
बसंत पंचमी के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महाराजा सुहेलदेव के 4.20 ऊंची प्रतिमा के निर्माण और स्मारक समेत चित्तौरा झील के विकास कार्य की आधारशिला रखी। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
बहराइच: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बसंत पंचमी के दिन महाराजा सुहेलदेव के 4.20 ऊंची प्रतिमा के निर्माण और स्मारक समेत चित्तौरा झील के विकास कार्य की आधारशिला रखी। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल चित्तौरा, बहराइच में मौजूद थे। यह कार्यक्रम महाराजा सुहेलदेव की जयंती के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के बहराइच में आयोजित किया गया था। इस पूरी परियोजना में महाराजा सुहेलदेव की एक अश्वारोही प्रतिमा की स्थापना करना और एक कैफेटेरिया, अतिथि गृह तथा बच्चों के पार्क जैसी विभिन्न पर्यटन सुविधाओं का विकास करना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एवं महर्षि बालार्क चिकित्सालय, बहराइच का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर महाराजा सुहेलदेव पर रचित एक गीत सुनाया गया और एक वृत्त चित्र भी दिखाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा ‘‘ सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के साथ प्रदेश वासियों को सुविधायें दी जा रही हैं।'' सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने महाराजा सुहेलदेव को लेकर कई कदम उठाए हैं। इससे पहले, फरवरी 2016 में तत्कालीन भाजपा प्रमुख अमित शाह ने भारत-नेपाल सीमा के पास बहराइच जिले में सुहेलदेव की एक प्रतिमा का अनावरण और उन पर एक पुस्तक का लोकार्पण किया था।
इससे पहले केंद्र सरकार ने महाराजा सुहेलदेव की याद में एक विशेष टिकट जारी किया था और एक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन ‘सुहेलदेव एक्सप्रेस' भी चलायी थी। यह ट्रेन पूर्वांचल के गाजीपुर से लेकर दिल्ली के आनंद विहार तक चलाई गयी थी।