Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 May, 2025 01:02 AM

नेपाल सीमा से सटे जनपद पीलीभीत के गांवों में सिख से ईसाई बने लोगों की घर वापसी के लिए गांव में बने गुरुद्वारे में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संदेह के घेरे में आए 500 लोगों को बुलाया गया लेकिन 150 ही लोग गुरुद्वारे में आए और उनकी गुरुद्वारा वापसी...
Pilibhit News: नेपाल सीमा से सटे जनपद पीलीभीत के गांवों में सिख से ईसाई बने लोगों की घर वापसी के लिए गांव में बने गुरुद्वारे में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संदेह के घेरे में आए 500 लोगों को बुलाया गया लेकिन 150 ही लोग गुरुद्वारे में आए और उनकी गुरुद्वारा वापसी कराई गई। विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सोहन सोलंकी ने लोगों को जागरूक किया और सिख धर्म के इतिहास पर प्रकाश डाला।

गुरुद्वारा नानक नगरी टाटरगंज के प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने बताया कि गांव के लगभग 500 लोग सन्देह के घेरे में हैं क्योंकि वह काफी समय से गुरुद्वारा नहीं आ रहे हैं साथ ही कहा कि लोगों से कई बार कहने के बावजूद लोग ईसाई धर्म के चिन्ह अपना रहे हैं और वाहनों व अन्य जगहों पर लगा रहे हैं। इसलिए जो लोग ऐसा कर रहे हैं उन सब की गुरुद्वारे में वापसी कराई जा रही है। हालांकि 500 संदिग्ध लोगों को बुलाया गया था जिसमें मात्र 150 लोग ही गुरुद्वारे में आए हैं।
विहिप के जिला मंत्री प्रवीन मोहन ने बताया कि धर्म परिवर्तन की सूचना पर वह गांव आए हैं और लोगों को जागरुक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल के रास्ते पादरियों ने यहां आकर लोगों को गुमराह किया और ईसाई धर्म में लोगों की आस्था जगाई थी लेकिन अब वह ऐसा नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि नेपाल से सटे आधा दर्जन गांवों में लगभग सिख लोगों पर धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाने का आरोप है।