1 करोड़ रिश्वत केस में नया मोड़: 65 दिन बाद निकांत जैन को बेल, निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश की बढ़ीं मुश्किलें!

Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 May, 2025 11:26 AM

1 crore bribe case nikant jain gets bail after 65 days

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में सोलर ऊर्जा से जुड़े कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनी से एक करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के आरोपी निकांत जैन को लखनऊ की विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। भ्रष्टाचार निवारण की विशेष अदालत के न्यायाधीश सत्येंद्र सिंह ने पुलिस की...

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में सोलर ऊर्जा से जुड़े कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनी से एक करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के आरोपी निकांत जैन को लखनऊ की विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। भ्रष्टाचार निवारण की विशेष अदालत के न्यायाधीश सत्येंद्र सिंह ने पुलिस की कस्टडी अर्जी को खारिज करते हुए जमानत मंजूर की। इससे पहले, 19 मई को SIT ने इस मामले में लगभग 1600 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें निकांत जैन को मुख्य आरोपी बनाया गया था।

इन्वेस्ट यूपी मंजूरी के बदले कमीशन की मांग, CEO अभिषेक प्रकाश भी फंसे
चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि निकांत जैन ने SAEL Solar P6 Pvt Ltd के प्रतिनिधि विश्वजीत दत्ता से एक सोलर प्रोजेक्ट की मंजूरी दिलाने के बदले 5% कमीशन की मांग की थी। विश्वजीत दत्ता ने इस पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू हुई। उनके बयान के मुताबिक, इन्वेस्ट यूपी के तत्कालीन CEO अभिषेक प्रकाश ने खुद निकांत जैन से संपर्क कराने के लिए अपना मोबाइल नंबर दिया था।

SIT ने दाखिल की 1600 पन्नों की चार्जशीट, 50 से ज्यादा गवाह
SIT ने इस मामले में 1600 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 50 से अधिक गवाहों के बयान शामिल हैं। चार्जशीट में अभिषेक प्रकाश का नाम भी प्रमुखता से लिया गया है, जिससे उनके खिलाफ गंभीर सबूत मिलने का अंदेशा है। जांच एजेंसी अभिषेक प्रकाश और निकांत जैन दोनों की भूमिका की विस्तार से जांच कर रही है।

अभिषेक प्रकाश: प्रशासनिक सेवा में कई अहम पदों पर रहे
अभिषेक प्रकाश का जन्म 21 नवंबर 1982 को बिहार में हुआ था। उन्होंने बीटेक के बाद पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए किया। वे इन्वेस्ट यूपी के CEO और उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास विभाग के सचिव रह चुके हैं। इसके अलावा, अभिषेक प्रकाश ने 1 नवंबर 2021 से 6 जून 2022 तक लखनऊ के जिलाधिकारी के तौर पर भी काम किया। उनकी प्रशासनिक सेवाओं में हमीरपुर, अलीगढ़, बरेली और लखीमपुर खीरी जैसे जिलों में जिलाधिकारी पद भी शामिल है।

मामला अभी खुलने वाला है, SIT की जांच जारी
फिलहाल SIT की जांच जारी है और कई और अहम साक्ष्यों के आने के इंतजार में है। इस मामले में अब कई और परतें खुलने की संभावना है, जिससे सचाई सामने आएगी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!