Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 Mar, 2024 10:37 AM
उत्तर प्रदेश की राजनीति से जुड़ी हुई एक और बड़ी खबर सामने आई है। जहां अपना दल कमेरावादी ने AIMIM और कुछ अन्य सहयोगियों के साथ हाथ मिलाया ...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति से जुड़ी हुई एक और बड़ी खबर सामने आई है। जहां अपना दल कमेरावादी ने AIMIM और कुछ अन्य सहयोगियों के साथ हाथ मिलाया है। अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष पल्लवी पटेल ने समाजवादी एवं इंडी गठबंधन का साथ छोड़ दिया है। अपना दल (कमेरावादी) पार्टी की नेता और समाजवादी पार्टी से विधायक पल्लवी पटेल अब ‘पीडीएम’ (पिछड़ा, दलित, मुस्लिम) के जरिए लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशियों को हराएंगी।
समाजवादी पार्टी के पीडीए के मुकाबले पल्लवी की पिछड़ा, दलित व मुस्लिम नेताओं को एक मंच पर लाने की कोशिश है। नया गठजोड़ तीन दर्जन से अधिक लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। पल्लवी पटेल रविवार को दोपहर प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी घोषणा करेंगी। राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर समाजवादी पार्टी व अपना दल कमेरावादी की पल्लवी के बीच खटास हुई थी। सपा ने जया बच्चन, रामजीलाल सुमन व आलोक रंजन को प्रत्याशी बनाया था, पल्लवी इसी बात से नाराज थीं।
उन्होंने कहा था कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की राजनीति करने वाली सपा ने पिछड़े व अल्पसंख्यकों को प्रत्याशी नहीं बनाया। पल्लवी के रुख से नाराज अखिलेश यादव ने पिछले दिनों दो टूक कहा था कि अपना दल कमेरावादी से 2022 में ही गठबंधन था, अब 2024 में गठबंधन नहीं है। इस पर पल्लवी ने कहा था कि कांग्रेस तय करे कि अपना दल कमेरावादी आइएनडीआइए गठबंधन में है या नहीं। एआइएमआइएम के असदुद्दीन ओवैसी सहित कुछ अन्य मुस्लिम नेता उनके साथ नजर आएंगे।