Edited By Mamta Yadav,Updated: 28 Jun, 2025 01:06 AM

कहते हैं कि किसी भी अपराध पर लगाम कसने की जिम्मेदारी खाकी पर होती है। वो खाकी जो जुर्म की दुश्मन बनकर जुर्म करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचा देती है। इस खाकी पर समाज को अपराध मुक्त करने की जिम्मेदारी भी होती है लेकिन जब यही खाकी दागदार होती हुई...
Meerut News, (आदिल रहमान): कहते हैं कि किसी भी अपराध पर लगाम कसने की जिम्मेदारी खाकी पर होती है। वो खाकी जो जुर्म की दुश्मन बनकर जुर्म करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचा देती है। इस खाकी पर समाज को अपराध मुक्त करने की जिम्मेदारी भी होती है लेकिन जब यही खाकी दागदार होती हुई खुद जुर्म में भागीदार होती हुई नजर आए तो आप क्या कहेंगे। जी हां एक ऐसा ही सनसनीख़ेज़ मामला सामने आया है मेरठ में जहां असली नोटों के बीच सादे कागज़ लगाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है मेरठ पुलिस ने। खास बात ये है कि इस गिरोह के गुर्गों में से एक उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही भी है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, मेरठ पुलिस इन दिनों अपराधियों के सफाए के मूड में नजर आ रही है और इसी क्रम में पुलिस लगातार अपराधियों की छानबीन में जुटी हुई है। इसी क्रम में शुक्रवार को मेरठ पुलिस की स्वाट टीम और देहात क्षेत्र की थाना मवाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उसके 4 सदस्यों को धर दबोचा है। इस गिरोह के बारे में बताया जा रहा है कि ये लोगों से धोखाधड़ी कर उनसे रकम वसूलत था और फिर नौ दो ग्यारह हो जाता था। इस गिरोह के काम करने के तरीके की बात की जाए तो इस गिरोह के सदस्य सामने वाले व्यक्ति को उसकी रकम के तीन गुना बढ़ाकर असली जैसे दिखते हुए नोट देने की बात बताते थे और फिर जब वो व्यक्ति इन्हें अपनी कमाई की रकम दिया करता था तो उसके बदले वो इसे नोटों की गड्डी थमा दिया करते थे। इन नोटों की गड्डियों की बात की जाए तो इन नोटों की गड्डियों में ऊपर और नीचे के सिर्फ 2 नोट ही असली हुआ करते थे और बीच के सभी जगह कोरे कागज रख दिया करते थे और इसी शातिराना अंदाज से ये सामने वाले व्यक्ति की रकम को लेकर फरार हो जाया करते थे। जहां पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को धर दबोचा है जिनके नाम मोहम्मद इमरान, वसीम, सलीम और हाशिम है।
बताया जा रहा है कि मोहम्मद इमरान नाम का जो शख्स पुलिस के द्वारा इस गिरोह के साथ दबोचा गया है वो गाजियाबाद के भोजपुर थाने में तैनात है और उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सिपाही के पद पर कार्यरत है। वहीं पुलिस इस गिरोह के बाकी बचे हुए 3 सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है। जहां पुलिस ने इस गिरोह के पास से 18 गड्डी 500 रुपये, 19 गड्डी 200 रुपये की, एक पिस्तौल के जैसा लाइटर, एक तमंचा, घटना में इस्तेमाल की जाने वाली एक मोटरसाइकिल और एक कार के साथ-साथ 5 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
वहीं इस मामले पर एसपी क्राइम अवनीश कुमार का कहना है कि इस मामले में पुलिस के द्वारा 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी बचे 3 लोगों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है और उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।