Edited By Purnima Singh,Updated: 30 Jan, 2025 04:18 PM
प्रयागराज महाकुंभ में 29 जनवरी की रात मची भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई। इस फेहरिस्त में लखनऊ के पटेलनगर निवासी त्रिभुवन नारायण पांडे का भी नाम शामिल है। वह अपनी पत्नी मंजू के साथ प्रयागराज गए थे। प्रयागराज जाते समय त्रिभुवन पांडे ने कहा कि हम...
लखनऊ: प्रयागराज महाकुंभ में 29 जनवरी की रात मची भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई। इस फेहरिस्त में लखनऊ के पटेलनगर निवासी त्रिभुवन नारायण पांडे का भी नाम शामिल है। वह अपनी पत्नी मंजू के साथ प्रयागराज गए थे। प्रयागराज जाते समय त्रिभुवन पांडे ने कहा कि हम लोगों का यह आखिरी महाकुंभ होगा... इसके बाद महाकुंभ में स्नान का मौका नहीं मिलेगा। इसीलिए वह मौनी अमावस्या के शाही स्नान में हिस्सा लेने गए थे। लेकिन किसे पता था कि वाकई यह उनकी अंतिम धार्मिक यात्रा होगी।
लखनऊ स्थित इंदिरानगर के पटेल नगर के रहने वाले एचएएल के रिटायर्ड इंजिनियर त्रिभुवन नारायण पत्नी मंजू के साथ 27 जनवरी को ट्रेन से प्रयागराज गए थे। वहां से वह सीधे मेला स्थल पहुंचे। जहां उन्होंने पत्नी संग संगम में स्नान किया। त्रिभुवन नारायण ने 29 को लौटने का रिजर्वेशन करवाया था। लेकिन देर रात मची भगदड़ में त्रिभुवन अपनी पत्नी मंजू से बिछड़ गए। पत्नी मंजू को इधर-उधर तलाशने के बाद भी जब कोई पता नहीं चला तो उन्होंने इसकी जानकारी अपने साले को दी। त्रिभुवन के साले एक पुलिस अफसर हैं। त्रिभुवन के साले ने जब छानबीन की तो पता चला कि भगदड़ में मंजू की मौत हो चुकी है।