Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Nov, 2020 01:55 PM
कृषि कानून के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान मोर्चा संभाले हुए हैं। ऐसे में किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखी टिप्पणी की है। अखिलेश ने कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित कर...
लखनऊ: कृषि कानून के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान मोर्चा संभाले हुए हैं। ऐसे में किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखी टिप्पणी की है। अखिलेश ने कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है।
अखिलेश यादव ने रविवार सुबह ट्वीट कर किसान आंदोलन पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है। ये अमीरों की पक्षधर भाजपा का खेती-खेत, छोटा-बड़ा व्यापार, दुकानदारी, सड़क, परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है। अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की कृषि विरोधी नीतियों के चलते देश का किसान समुदाय आंदोलित और आक्रोशित है। अन्नदाताओं की मांगों पर सकारात्मक रूख अपनाने के बजाय उन पर आंसू गैस के गोले दागना, ठंडे पानी की बौछार करना और लाठियां चलाना घोर निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि लगभग 70 प्रतिशत भारत कृषि पर निर्भर है, फिर भी अपने ही देश में भाजपा ने किसानों को बेगाना बना दिया है। उनकी आय दोगुनी करने, उनकी फसल के उत्पादन लागत का डेढ़ गुना देने जैसे वायदे भाजपा सरकार की जुमलेबाजी बनकर रह गए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि शांतिपूर्ण अहिंसात्मक प्रदर्शन करना लोकतंत्र में लोगों का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन भाजपा सरकार तो किसानों की बात सुनने के बजाय अपनी हठधर्मी पर जमी है। किसानों का यह उत्पीड़न भाजपा को भारी पड़ेगा।