Edited By Ramkesh,Updated: 19 Jun, 2025 07:58 PM

Success Story बदायूं जिले के कादरचौक क्षेत्र से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। यहां पंचर और साइकिल मरम्मत की दुकान चलाने वाले देव सिंह की दो बेटियां — सुजाता गौतम और प्रगति गौतम — अब उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही बन चुकी हैं। 15 जून को जब दोनों...
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के कादरचौक क्षेत्र से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। यहां पंचर और साइकिल मरम्मत की दुकान चलाने वाले देव सिंह की दो बेटियां — सुजाता गौतम और प्रगति गौतम — अब उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही बन चुकी हैं। 15 जून को जब दोनों को नियुक्ति पत्र मिला तो पूरे गांव में जश्न का माहौल छा गया।
भाई की गुमशुदगी का ग़म, बेटियों की कामयाबी की खुशी
देव सिंह का इकलौता बेटा अभिनव करीब दो साल पहले रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था, जिसकी तलाश अब तक जारी है। बेटे के ग़म के बीच, बेटियों की इस ऐतिहासिक सफलता ने पूरे परिवार को नई उम्मीद और खुशी दी है। जब दोनों बहनों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया, तो गांववालों ने फूल मालाओं और तालियों से उनका जोरदार स्वागत किया।
पिता की मेहनत लाई रंग
झोपड़ी में रहकर, सीमित संसाधनों के बावजूद देव सिंह ने कभी भी अपनी बेटियों की पढ़ाई में रुकावट नहीं आने दी। उन्होंने दिन-रात मेहनत कर उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। सुजाता ने पहले पंचायत सहायक के रूप में भी काम किया है और अब उत्तर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बन गई हैं। देव सिंह भावुक होते हुए बोले, “मैंने कभी हार नहीं मानी। बेटियां मेरी ताकत बनीं। आज गांव को मुझ पर गर्व है। मेरी तीसरी बेटी भी है, उसे भी पढ़ाकर आगे बढ़ाऊंगा।”
गांव ने मनाया जश्न
कादरचौक ग्राम पंचायत में दोनों बहनों की उपलब्धि को सम्मान देने के लिए गांव के लोगों ने खास कार्यक्रम आयोजित किया। ग्राम प्रधान दिनेश कुमार और एडीओ पंचायत शिवकुमार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण इस मौके पर मौजूद रहे। इन बहनों की सफलता उन तमाम परिवारों के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों में भी बच्चों के सपनों को पूरा करने का हौसला रखते हैं।