Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Jun, 2024 02:06 AM
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अंगीकार करने में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाएं अग्रणी रही हैं और अब इस शिक्षा नीति के आलोक में परिषद की संस्थाओं को शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में प्रतिमान बनाने के लिए परिषद के संरक्षक गोरक्षपीठाधीश्वर...
Gorakhpur News: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अंगीकार करने में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाएं अग्रणी रही हैं और अब इस शिक्षा नीति के आलोक में परिषद की संस्थाओं को शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में प्रतिमान बनाने के लिए परिषद के संरक्षक गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 सूत्रीय मार्गदर्शक बिंदु तय किए हैं। इन सभी मार्गदर्शक बिंदुओं को लेकर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 16 से 20 जून तक परिषद की सभी संस्थाओं प्रमुखों, पदाधिकारियों व सदस्यों के लिए शैक्षिक कार्यशाला का आयोजन किया।
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह ने बताया कि 16 से 20 जून तक परिषद के सभी संस्था प्रमुखों, पदाधिकारियों व सदस्यों के लिए शैक्षिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। 16 जून को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के बीज वक्तव्य के बाद गुरु श्री गोरखनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज), गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग और गुरु गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से दिए गए प्रस्तुतिकरण पर चर्चा हुई। 17 जून को दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज, एमपी पॉलिटेक्निक, एमपी पीजी कॉलेज जंगल धूसड़, एमपी कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसड़ एवं कृषि संकाय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तरफ से प्रस्तुतिकरण दिया गया।
कार्यशाला के अंतिम दिन 20 जून को एमपी कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर, एमपी महिला पीजी कॉलेज रमदत्तपुर, दुलहिन जगरनाथ कुंवरी इंटर कॉलेज टेकुआटार कुशीनगर की प्रस्तुतियों के बाद संस्थाओं के मूल्यांकन प्रविधि पर चर्चा हुई। परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह के अध्यक्षीय उद्बोधन से कार्यशाला का समापन हुआ।