Edited By Ajay kumar,Updated: 06 Sep, 2023 04:04 PM

सनातन धर्म पर तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदय निधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर यूं तो भारत भर में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। संतों महंतों के साथ हिंदूवादी संगठनों के लोग इसे सनातन धर्म को समाप्त करने की साजिश बता रहे हैं। लेकिन सबसे अधिक चर्चा में उदय...
अयोध्याः सनातन धर्म पर तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदय निधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर यूं तो भारत भर में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। संतों महंतों के साथ हिंदूवादी संगठनों के लोग इसे सनातन धर्म को समाप्त करने की साजिश बता रहे हैं। लेकिन सबसे अधिक चर्चा में उदय निधि स्टालिन के साथ अयोध्या के तपस्वी छावनी के संत जगत गुरु परमहंस आचार्य हैं। जगत गुरु परमहंस आचार्य ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र भेजकर उदय निधि स्टालिन को पद मुक्त किए जाने का अनुरोध किया है। साथ ही कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो 18 सितंबर को वह उदय निधि स्टालिन से मिलने जाएंगे और जिस तरह हनुमान ने कालनेमी का वध किया था उसी तरह मैं डीएमके नेता का सिर कलम करके लाऊंगा।

इससे पहले आचार्य ने उदयनिधि का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की थी
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने पहले उदय निधि स्टालिन का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की, फिर रकम कम होने पर बढ़ाने की बात की और इसके बाद उदय निधि स्टालिन ने भी तंज कथा था और कहा था कि इसके लिए 10 रुपए का कंघा ही काफी है। इसके बाद अब जगत गुरु परमहंस आचार्य ने डीएमके नेता को लेकर सबसे बड़ा विवादित बयान दे दिया है।

क्या कहा था उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में?
बता दें कि इस विवाद की शुरुआत उदय निधि स्टालिन द्वारा हाल ही में दिए गए एक विवादित बयान के बाद हुई थी। एक सम्मेलन के दौरान उन्होंने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, कोरोना वायरस, डेंगू बुखार से करते हुए कहा था कि हमें इसका विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि हमें इसका उन्मूलन करना चाहिए।