Edited By Imran,Updated: 12 Aug, 2023 02:13 PM

जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के पश्चिमी गंडक नहर में तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर बड़ी गंडक नहर में गिर गई जिससे कार में सवार दो की मौके पर मौत हो गई। कार में 4 दोस्त सवार थे। हादसे में 2 की मौत हो गई। एक नहर में बह गया। उसकी तलाश की जा रही है।...
कुशीनगर: जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के पश्चिमी गंडक नहर में तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर बड़ी गंडक नहर में गिर गई जिससे कार में सवार दो की मौके पर मौत हो गई। कार में 4 दोस्त सवार थे। हादसे में 2 की मौत हो गई। एक नहर में बह गया। उसकी तलाश की जा रही है। जबकि एक दोस्त शीशा तोड़कर बाहर निकला।
जानिए घटना के बारें में
जिले में रामकोला थाना क्षेत्र से होकर गंडक नहर बारिश की वजह से इन दिनों उफान पर है। इस नहर के ऊपर दमोदरी पुल है, जो रामकोला से नेबुआ नौरंगीया को जोड़ता है। इसी पुल पर हादसा हुआ। कार सवार चारों युवक गोरखपुर से वापस लौट रहे थे। नदी में पड़ी कार को देख, हादसे की भयावहता दिख रही है। वहीं, पुलिस ने जब एक-एक कर कार से दो युवकों के शव निकाले, तो आसपास के कई गांवों के लोग मौके पर उमड़ पड़े।

हादसे में मरने वालों की पहचान रामकोला थाना क्षेत्र के गुड्डू यादव (28) निवासी बंधवा, मनोज यादव (40) निवासी बमनौली के रूप में हुई। वहीं, भीम सिंह निवासी चखनी भूमिहारी पट्टी नहर के तेज बहाव में बह गया। बचकर निकले बंधवा गांव के सुबोध मणि त्रिपाठी अस्पताल से घर पहुंच चुका है।

हादसे में मरने वाले गुड्डू यादव और मनोज यादव
मौत को करीब से देखने वाले युवक की कहानी
बृहस्पतिवार रात में सिंगहां (दामोदरी ) के पास बड़ी गंडक नहर में कार हादसे में बचें सुबोध मणि ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम चार बजे गुड्डू घर पहुंचे और उन्हें अपने साथ बैठा कर बभनौली गांव निवासी मनोज यादव को साथ लेकर एक ही बाईक से तीनों मित्र मनोज की ससुराल घुघुली महराजगंज गये। सुबोध की मानें तो वहां भोजन करने के बाद तीनों लोग देर रात को मनोज के घर वापस लौट आए। मनोज को घर छोड़ कर जाने की तैयारी में लगे थे कि भीम सिंह निवासी नौगावा , थाना नेबुआ नौरंगिया कार से पहुंचे और चौराहे पर चल कर सिगरेट पीने की जिद्द करने लगे।

'सिगरेट की तलब ने ले ली जान'
- सुबोध ने बताया कि अधिक रात होने का हवाला देकर नहीं जाने की बात करने पर भी नहीं माने। मजबूर हो हम तीनों मित्र कार से बभनौली चौराहे पर आये। लेकिन कोई दुकान नहीं खुलीं थी।
- चौराहे पर भी कहा कि आप घर लौट चले । लेकिन उन्होंने कहा कि चलिए सिंगहा दुकान खुली होगी, सिगरेट लेने के बाद अभी घर छोड़ दूंगा। तभी चौराहे पर कुछ पुलिस के लोग गस्त में थे हम लोग की गाड़ी रोके और उनसे भीम सिंह से बहस हुई उसके बाद भीम सिंह ने गाड़ी तेजी से निकाला और सिंगहा के बड़ी तिलक नगर के पास और नियंत्रित होकर बड़ी गंडक नहर में जा गीरी ।
- तब हम सभी की होश बिगड़ गई किसी का दिमाग काम नहीं कर रहा था तभी हमने हाथ लगाया तो थोड़ी सी कार का शीशा टूटी हुई मिली जिसमें से मैं अपनी आधे शरीर निकाला और पानी की धार के साथ मैं निकल गया और जान बचाने में कामयाब रहा काफी चिल्लाया हमने लोगों को बुलाया लेकिन कोई नहीं आया तब किसी तरह नहर से बाहर निकला और मंदिर के पुजारी जी के पास गया पुजारी जी से कहा हम किसी तरह बचे हैं तीन लोग कार में बंद हैं जल्दी चलिए आप लोग नहीं गए तो मर जाएंगे।
- पुजारी जी से फोन मांग कर घर के परिजनो को फोन किया और स्थानीय थाना रामकोला को सूचित किया और पुजारी जी ने गांव वालों को बुलाकर के घटनास्थल पर लेकर आए और हमको पुलिस वाले लोग और घर के परिजन रामकोला सीएससी में भर्ती कराया और हमारी इलाज हुई। लेकिन तीनों मित्र गाड़ी के अंदर फंसे रहे।
- घटनास्थल पर रामकोला की स्थानीय पुलिस और स्थानीय आमजन के द्वारा काफी छानबीन की गई लेकिन लापता भीम सिंह का अभी तक पता नहीं चली तब प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम महात्मा सिंह मौके पर पहुंचकर गोरखपुर से पहुंची एसडीआरफ की टीम लगाकर लापता व्यक्ति की खोजबीन में जुटा है।
- खबर लिखे जाने तक अभी भी लापता युवक की कोई अता पता नहीं चल पाई है तो वही घर के परिजनों का रो-रो के बुरा हाल है किसी के छोटे-छोटे बच्चे हैं किसी की पत्नी विकलांग है बहुत दयनीय हालात से जूझ रहे हैं पूरे गांव में मातम फैला हुआ है
'मेरे सामने ही मेरे दो दोस्तों की मौत हो गई'
सुबोध ने कहा, ''मेरे सामने ही मेरे दो दोस्तों की मौत हो गई, मैं उन्हें बचा भी नहीं सका। कोशिश पूरी की। मैंने मौत को बेहद पास से देखा। भीम सिंह...'' यह कहकर वो खामोश हो गया।
बता दें कि हादसे के बाद पुलिस ने भीम सिंह की तलाश की। शुक्रवार की देर रात तक उसका पता नहीं चल सका है। गुड्डू और मनोज का पोस्टमॉर्टम करा दोनों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया है।