Edited By Pooja Gill,Updated: 30 Apr, 2023 11:24 AM

उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगने वाला है। बिजली की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर सुनवाई कर ली गई है। अब विद्युत नियामक आयोग इस इसे राज्य सलाहकार समिति की बैठक में रखेगा। जिसके बाद इस पर फैसला...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगने वाला है। बिजली की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर सुनवाई कर ली गई है। अब विद्युत नियामक आयोग इस इसे राज्य सलाहकार समिति की बैठक में रखेगा। जिसके बाद इस पर फैसला किया जाएगा और मई महीने के अंत में इन नई बिजली दरों की घोषणा हो सकती है। अगर बिजली की दरों में बढ़ोतरी हुई तो बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लग सकता है।
यह भी पढ़ेंः रामपुर में बोले आजम खान, कहा- मैं हाथ फैलाए खड़ा हूं, वोट की भीख मांगने आया हूं...
बता दें कि, बिजली कंपनियों ने बिजली दरों में बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया है। बिजली कंपनियों ने मौजूदा दरों में औसतन 15.85% वृद्धि का प्रस्ताव दिया है। जिस पर अब विद्युत नियामक आयोग, पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल में नियामक आयोग सुनवाई कर चुका है। सभी निगमों की सुनवाई करने के बाद नियामक आयोग समीक्षा में जुट गया है। सुनवाई के दौरान निगमों ने बिजली दर बढ़ाने के लिए खर्च से लेकर महंगाई तक का तर्क दिया है। निगमों पर उपभोक्ताओं का करीब 25133 करोड़ जमा हैं। ऐसे में बिजली दरें कम की जानी चाहिए। अब सुनवाई के बाद नियामक आयोग हर पक्ष से मिले सुझाव की समीक्षा में जुटा है और राज्य सलाहकार समिति की बैठक के बाद इस पर फैसला होगा।

यह भी पढ़ेंः UP में आज 55 हजार केंद्रों पर 'मन की बात' का होगा प्रसारण, 100 से अधिक स्थानों पर सुनेंगी BJP
बिजली दरों में नहीं होने दी जाएगी बढ़ोतरीः अवधेश कुमार वर्मा
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि, उन्होंने खुद हर सुनवाई में हिस्सा लिया है। उपभोक्ताओं के हित में बिजली दर बढ़ोतरी का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। उनका दावा है कि, बिजली दरों में किसी भी कीमत पर दरें नहीं बढ़ने दीं जाएंगी। अब देखते है कि, इसके बाद विद्युत नियामक आयोग इस पर क्या फैसला होता है।