Edited By Pooja Gill,Updated: 23 Dec, 2022 03:26 PM

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी भालोटिया मार्केट में नकली दवाएं आ रही है। इन नकली दवाओं की तलाश में ड्रग विभाग जुट गया है। वहीं, शासन भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है और लोगों के लिए अलर्ट...
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी भालोटिया मार्केट में नकली दवाएं आ रही है। इन नकली दवाओं की तलाश में ड्रग विभाग जुट गया है। वहीं, शासन भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है और लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। शासन ने लोगों को दवाएं खरीदते समय सावधानी बरतने के लिए कहा है। दवाएं खरीदने से पहले उसे अच्छे से चेक करना जरूरी है।
बता दें कि इन दवाओं में कैंसर, किडनी, लीवर और हृदय रोग की 14 नकली दवाएं शामिल हैं। इनकी आपूर्ति आगरा से हुई है। जानकारी के मुताबिक, आगरा में पाई गई दवाओं की तलाश थोक दवा मंडी से हुई है, जिसकी जांच वहां के स्थानीय ड्रग विभाग ने की थी। जांच में एमएच फार्म पर छापा मारा गया था, जहां से काफी मात्रा में दवाएं बरामद हुई थीं। इन दवाओं पर नामी कंपनियों के लेबल लगे थे, जिसकी कीमत करीब पांच लाख रुपये थी।
स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) की जांच में 14 दवाएं ऐसी मिली, जो नकली थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया। विभाग ने 14 नकली दवाओं के बैच नंबर जारी कर इनकी खरीद और बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी है। मिली जानकारी के अनुसार ये दवाएं हिमाचल के बद्दी में बनी है, जहां पर नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई है। ये दवाएं हिमाचल से पहले आगरा आईं और वहां से गोरखपुर के भालोटिया मार्केट में पहुंची।
औषधि निरीक्षकों को दिए जांच के निर्देश
मिली जानकारी के अनुसार, करीब 8 से 9 व्यापारियों ने यह दवाएं मंगवाई है। एफएसडीए के उपायुक्त एके जैन ने प्रदेश के सभी औषधि निरीक्षकों को इसकी जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि, दवाओं की आपूर्ति आगरा से प्रदेश के दूसरे दवा मार्केट में हुई है। ऐसे में दवाओं को जब्त करते हुए उसे तत्काल नष्ट किया जाए। साथ ही बिक्री करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी की जाए। ड्रग इंस्पेक्टर जयसिंह ने कहा कि, शासन ने 14 दवाओं की जांच का निर्देश दिया है। ये दवाएं आगरा से भालोटिया मार्केट आई हैं। भालोटिया मार्केट में बड़े पैमाने पर दवाएं आती हैं। इन दवाओं की जांच का फैसला लिया गया है। कुछ व्यापारी निशाने पर हैं। फिलहाल, इस मामले में जांच हो रही है।