Edited By Pooja Gill,Updated: 06 Apr, 2023 11:44 AM

आज पवन पुत्र, संकट मोचन और भगवान शिव के रुद्रावतार भगवान बजरंगबली का जन्मोत्सव है। राम भक्त हनुमान को कलयुग के देवता और जल्द प्रसन्न होने वाले देवता माना गया है। भगवान हनुमान को भगवान शिव के 11वें अवतार माना जाता है। राम भक्त हनुमान...
गाजीपुर (अनिल कुमार): आज पवन पुत्र, संकट मोचन और भगवान शिव के रुद्रावतार भगवान बजरंगबली का जन्मोत्सव है। राम भक्त हनुमान को कलयुग के देवता और जल्द प्रसन्न होने वाले देवता माना गया है। भगवान हनुमान को भगवान शिव के 11वें अवतार माना जाता है। राम भक्त हनुमान जी के जन्म को लेकर दो तरह की धार्मिक मान्यताएं हैं। एक मान्यता के अनुसार, भगवान हनुमान का जन्म चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हुआ था, वहीं इसके अलावा कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भी हनुमान जयंती मनाई जाती है।

बता दें कि, चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है तो वहीं कार्तिक महीने में हनुमान जयंती मनाई जाती है। आज हनुमान जन्मोत्सव को लेकर पूरे देश में जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। इसी कड़ी में आज के दिन गाजीपुर में श्री रानी सती श्याम भक्त मंडल के द्वारा पिछले 15 सालों से हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर एक जुलूस निकालकर शहर का भ्रमण करते हुए प्राचीन हनुमान मंदिर पर पहुंचता है। जहां पर भक्तों के द्वारा रामचरितमानस के पाठ के साथ ही साथ सुंदरकांड पाठ का भी आयोजन किया गया।
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हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर आज हनुमान मंदिर में काफी भीड़ देखने को मिली। सभी भक्तगण भगवान के बाल रूप के दर्शन करने को लेकर लंबी-लंबी लाइनों में इंतजार करते हुए दिखे। वहीं, गाजीपुर के कोर्ट मोहल्ले में स्थित हनुमान की बात करें तो यह मंदिर त्रेता काल में राजा गांधी के द्वारा स्थापित किया गया था। उस वक्त हनुमान जी स्वतः प्रकट हुए थे। मान्यता यह भी है कि आज भी इनका एक पैर धरती में है, जबकि दूसरा पैर घुटने के पास लगा हुआ है। लोग यह भी बताते हैं कि हनुमान जी के प्रतिमा का कद प्रति वर्ष बढ़ता जाता है, पहले जो हनुमान मूर्ति लोगों को दिखा नहीं करती थी, अब लोगों को उस मूर्ति का दर्शन हो जाता है।