Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Jul, 2023 04:42 PM

इटावा सफारी पार्क में शेरनी सोना अपने ही 2 शावकों को मारकर खा गयी है। सफारी प्रशासन ने इसकी पुष्टि कर दी है। शेरनी सोना ने 6 जुलाई से 10 जुलाई के बीच 5 शावकों को जन्म दिया, लेकिन बताया गया है...
इटावा: इटावा सफारी पार्क में शेरनी सोना अपने ही 2 शावकों को मारकर खा गयी है। सफारी प्रशासन ने इसकी पुष्टि कर दी है। शेरनी सोना ने 6 जुलाई से 10 जुलाई के बीच 5 शावकों को जन्म दिया, लेकिन बताया गया है कि दो शावकों पर शेरनी ने ही हमला बोल दिया। शेरनी ने दोनों शावकों को बुरी तरह से काट खाया जिससे उनकी मौत हो गई।

सफारी के बायोलॉजिस्ट बी एन सिंह का कहना है कि इटावा में पोस्टमाटर्म नियमों के अनुरूप किया गया है। वन्यजीव विशेषज्ञ ऐसा बताते है कि जब कभी कोई शेरनी अपने बच्चों को अपनाती नहीं है तो उसको इसी तरह से नुकसान पहुंचा करके मौत के घाट उतार देती है। लायन सफारी में 6 जुलाई को सोना नामक शेरनी में पहली दफा एक शावक को जन्म दिया और उसके बाद एक एक करके 5 शावकों को 100 घंटे में जन्म दिया है, लेकिन एक के बाद एक करके 4 शावकों की मौत हो गई है।

सफारी प्रबंधन के अनुसार भारतीय बब्बर शेरनी में प्रथम प्रसव के दौरान लगभग 100 घंटे में पांच शावकों का जन्म लेना दुर्लभ घटना है। गुजरात के विशेषज्ञों से हुई वार्ता में भी यह स्पष्ट हुआ है कि भारतीय बब्बर शेरों में प्रथम प्रसव के दौरान जन्मे शावकों का बच पाना लगभग संभव नहीं हो पाता है। बड़े लिटर साइज में यह संभावना और भी कम हो जाती है। बब्बर शेरनी सोना के छह जुलाई को जन्मे प्रथम शावक को सफारी के नियोनेटल सेंटर में वन्यजीव चिकित्सकों की सघन निगरानी में रखा गया है।