Edited By Ramkesh,Updated: 29 Aug, 2024 05:58 PM
निर्वाचन आयोग ने समाजवादी पार्टी (सपा) की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से राज्य में उपचुनाव से पहले कुछ समुदायों के अधिकारियों की पदस्थापना में पक्षपात के आरोपों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने शुक्रवार...
लखनऊ: निर्वाचन आयोग ने समाजवादी पार्टी (सपा) की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से राज्य में उपचुनाव से पहले कुछ समुदायों के अधिकारियों की पदस्थापना में पक्षपात के आरोपों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को आयोग से मुलाकात की थी और मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट तथा कानपुर जिले के सीसामऊ निर्वाचन क्षेत्र में बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) की पदस्थापना में पक्षपात एवं राजनीतिकरण का आरोप लगाया था।
पार्टी ने आरोप लगाया था कि हाल ही में बूथ स्तर के दो समुदायों से संबंधित 12 अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को बदल दिया गया। उत्तर प्रदेश में 10 सीट पर उपचुनाव होना है। हाल में संपन्न संसदीय चुनाव में मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण नौ विधानसभा सीट रिक्त हो गई थीं, जबकि सीसामऊ सीट एक आपराधिक मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को दोषी ठहराए जाने के बाद रिक्त हुई थी।