Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 03 Jun, 2020 06:23 PM
1000 बस मामले में जेल में बंद उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जेल से छूटवाने के लिए उनकी पार्टी पूरी ताकत के साथ लग गई है। इसी क्रम में पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को लखनऊ स्थित राजभवन में राज्यपाल...
लखनऊः 1000 बस मामले में जेल में बंद उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जेल से छूटवाने के लिए उनकी पार्टी पूरी ताकत के साथ लग गई है। इसी क्रम में पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को लखनऊ स्थित राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिला। प्रतिनिधि मंडल में शामिल नेताओं ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अजय कुमार लल्लू को अमानवीय तरीके से गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के बारे में राज्यपाल को जानकारी दी।
पार्टी के बयान में कहा गया कि कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्र मोना के नेतृत्व में गए कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल के अनुरोध को स्वीकार करते हुए राज्यपाल ने पार्टी नेताओं को इस प्रकरण में गम्भीरता पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है। राज्यपाल से मिलने गये इस प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा दीपक सिंह शामिल थे। पार्टी ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल को लल्लू की अमानवीय एवं असम्मानित ढंग से की गई गिरफ्तारी एवं उनको पहले आगरा में और फिर बाद में लखनऊ में अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित करने एवं जिला कारागार लखनऊ में निरुद्ध करने की स्थिति से अवगत कराया।
बता दें कि प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए पार्टी द्वारा प्रस्तावित 1,000 बसों में से कई के पंजीयन नंबर गलत होने के मामले में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत याचिका सोमवार को विशेष एमपी एमएलए अदालत ने खारिज कर दी थी। विशेष न्यायाधीश पीके राय ने अपने आदेश में कहा था कि लल्लू पर लगे आरोप गंभीर किस्म के हैं और उनकी जांच की जा रही है, लिहाजा अभी उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती। इसके पूर्व, लल्लू के वकील ने कहा था कि उनके मुवक्किल के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।