Edited By Imran,Updated: 05 Nov, 2024 05:52 PM
उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक के चयन की प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक राजेश्वर सिंह ने सपा प्रमुख को 2027 के विधानसभा चुनाव की...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक के चयन की प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक राजेश्वर सिंह ने सपा प्रमुख को 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर ध्यान देने की सलाह दी है।
सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखते हुये कहा ‘‘ आदरणीय अखिलेश जी, पहले आपको कार्यवाहक डीजीपी होने पर परेशानी थी, अब नियमित ष्ठत्रक्क चयन की प्रक्रिया लागू किए जाने पर भी परेशानी है जबकि, श्रद्धेय योगी आदित्यनाथ के सशक्त नेतृत्व में यूपी की कानून व्यवस्था प्रत्येक परिस्थित में आदर्श है, पिछले 7 साल में प्रदेश की कानून व्यवस्था अग्रणी बनीं, अप्रैल 2024 तक 10902 इनकाउंटर में 197 अपराधी मारे गए और 6329 अपराधी घायल हुए, 904 अपराधियों के विरुद्ध एनएसए के अंतर्गत कारर्वाई हुई, 68 माफिया गैंग को पूरी तरह नष्ट किया गया। पिछले 4 साल में माफियाओं की 3758 करोड़ से अधिक की संपत्ति ध्वस्त की गयी, 2401 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई, 66575.75 हेक्टेयर अवैध संपत्ति मुक्त कराई गई, अवैध कब्जेदारों के विरुद्ध 4650 से अधिक मुकदमे दर्ज किए।''
उन्होने कहा ‘‘ आदरणीय सपा प्रमुख जी, यूपी में डीजीपी चाहे स्थाई जो या कार्यवाहक, अपराधियों - माफियाओं के विरुद्ध यह कठोर कारर्वाई निरंतर जारी रहेगी। उप्र सरकार द्वारा लागू नयी प्रक्रिया के अंतर्गत डीजीपी चयन के लिए हाईकोटर् के रिटायडर् जज की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय कमेटी गठित होगी, जिसमें यूपीएससी के सदस्य सहित यूपी पीएससी के अध्यक्ष सहित 6 महत्वपूर्ण सदस्य होंगे। कृपया प्रदेश हित में विकास के मुद्दों पर सार्थक बातें कीजिए एवं सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाइए और 2027 की तैयारियों पर ध्यान दीजिए।''
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज सुबह एक्स पर लिखा था ‘‘ सुना है किसी बड़े अधिकारी को स्थायी पद देने और और उसका कार्यकाल 2 साल बढ़ाने की व्यवस्था बनायी जा रही हैज् सवाल ये है कि व्यवस्था बनानेवाले ख़ुद 2 साल रहेंगे या नहीं। कहीं ये दिल्ली के हाथ से लगाम अपने हाथ में लेने की कोशिश तो नहीं है।