Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 04 Apr, 2022 11:59 AM
यूपी विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच तकरार की चर्चाएं तेज हैं। सपा विधायक दलों की बैठक में चाचा को नहीं बुलाया गया है। ऐसे में चाचा ने साफ तौर पर इसकी नाराजगी जताई है...
इटावा: यूपी विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच तकरार की चर्चाएं तेज हैं। सपा विधायक दलों की बैठक में चाचा को नहीं बुलाया गया है। ऐसे में चाचा ने साफ तौर पर इसकी नाराजगी जताई है। वहीं अब शिवपाल को लेकर एक और चर्चा तेज है। शिवपाल की भाजपा से बढ़ती नजदीकी उन्हें यूपी विधानसभा में डिप्टी स्पीकर की कुर्सी पर बैठा सकती है।
ऐसा हुआ तो शिवपाल सदन में अपने भतीजे व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के नजदीक ही बैठेंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष की सीट सदन में ठीक नेता प्रतिपक्ष के बगल में ही होती है। शिवपाल यादव को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा उन्हें विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बना सकती है। हालांकि क्या शिवपाल इस पद को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, इस पर भी बड़ा सवाल बना हुआ है।
शिवपाल यादव 6 बार के विधायक हैं। शिवपाल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने, सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फालो करने से उनके भाजपा के साथ जाने के संकेत मिल रहे हैं। उन्हें राज्यसभा में भेजे जाने व उनकी सीट जसवंत नगर पर उपचुनाव में बेटे आदित्य यादव को उतारने की चर्चाएं हैं।