Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 25 Mar, 2021 11:29 AM
2018 में आयोजित हुई ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं समाज कल्याण पर्यवेक्षक परीक्षा को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग निरस्त कर दिया है।
लखनऊः 2018 में आयोजित हुई ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं समाज कल्याण पर्यवेक्षक परीक्षा को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग निरस्त कर दिया है। 22 और 23 दिसंबर 2018 को 1953 पदों के लिए यह परीक्षा हुई थी। करीब 9 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। इसका परिणाम 28 अगस्त 2019 को जारी हुआ था।
बता दें कि परीक्षा में धांधली की जांच विशेष जांच दल ने की थी। एसआइटी की जांच में परीक्षा में गड़बड़िया पाये जाने पर आयोग ने परीक्षा को रद करने का फैसला किया है। इसके साथ ही आयोग ने भविष्य में होने वाली तीन और परीक्षाओं को अग्रिम आदेशों तक स्थगित करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि परीक्षा 16 जिलों के 572 परीक्षा केंद्रों में संपन्न हुई थी। आयोग को ओएमआर शीट की जांच के दौरान गड़बड़ी मिली थी। 136 अभ्यर्थियों की मूल ओएमआर शीट व कोषागार में सुरक्षित रखी गई ओएमआर शीट की प्रति में अंकों की भिन्नता पाई गई थी। इस पर आयोग ने 136 अभ्यर्थियों को परीक्षा से बाहर का रास्ता दिखा दिया था और उनके तीन वर्षों के लिए आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी गई थी।