Edited By Ramkesh,Updated: 22 Jun, 2024 02:17 PM
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की करारी हार की भूपेंद्र चौधरी ने नैतिक जिम्मेदारी ली है। आज उन्होंने चुनाव में हुई बीजेपी की हार की समीक्षा रिपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। इके बाद भूपेन्द्र चौधरी केन्द्रीय संगठन टीम से मुलाकात...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीजेपी की करारी हार की भूपेंद्र चौधरी ने नैतिक जिम्मेदारी ली है। आज उन्होंने चुनाव में हुई बीजेपी की हार की समीक्षा रिपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। इके बाद भूपेन्द्र चौधरी केन्द्रीय संगठन टीम से मुलाकात भी की।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र चौधरी जेपी नड्डा के आवास पर पहुंच हैं और उन्हें हार की वजहें बताई। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में भी उन वजहों का जिक्र है, जिनकी वजह से यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। यूपी में बीजेपी ये मानती है कि कई लोकसभा सीटों पर फाइनल वोटर लिस्ट में से बीजेपी समर्थित लोगों के नाम या सवर्ण जाति के वोटरों के नाम काटे गए, अयोध्या, श्रावस्ती, बस्ती, समेत कई सीटों से बात सामने आई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में हारे हुए सांसद प्रत्याशियों से बातचीत कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार की गई है। 25 जून के बाद राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी आगे का फैसला करेगी। रिपोर्ट सौंपने के बाद चौधरी नड्डा से आवास से निकल गए। यूपी में बीजेपी को जहां 2019 के चुनाव में 62 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं इस बार पार्टी 36 सीटों पर ही सिमट कर रह गई है।
गौरतलब है कि फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र से दो बार के सांसद लल्लू सिंह की हार को लेकर बीजेपी ने को ज्यादा टेंशन में है क्योंकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ने अयोध्या विकास के लिए पूरी ताकत लगाई उसके बावजूद भी अयोध्या में समाजवादी पार्टी (सपा)के अवधेश प्रसाद ने 54,567 मतों से शिकस्त दी। फैजाबाद क्षेत्र के अंतर्गत अयोध्या भी आता है। सत्तारूढ़ भाजपा को 2019 लोकसभा चुनाव में 62 सीट मिली थी जबकि इस बार पार्टी को सिर्फ 33 सीट पर ही जीत मिली।