Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Oct, 2024 02:19 AM
उत्तर प्रदेश का पहला सोलर प्लांट जिसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम ने किया था। कई सालों से बंद पड़े प्लांट को आज योगी सरकार में कई वर्षो बाद फिर से चालू कर पूर्व राष्ट्रपति की यादों को ताजा किया गया। अब अंधेरे में डूबे...
Kannauj News, (नित्य मिश्रा): उत्तर प्रदेश का पहला सोलर प्लांट जिसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम ने किया था। कई सालों से बंद पड़े प्लांट को आज योगी सरकार में कई वर्षो बाद फिर से चालू कर पूर्व राष्ट्रपति की यादों को ताजा किया गया। अब अंधेरे में डूबे दो गांव फिर रोशन हो गए है। अब इस सोलर प्लांट से ग्रामीणों को निर्बाध बिजली मिलेगी। यहाँ के लोगों ने कहा कि हम किस्मत वाले हैं कि यहां देश की महान विभूति पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम आए थे।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर कन्नौज जिले के चन्दुवा हार फकीरपुर गांव में उनके द्वारा उद्घाटन किए गए बंद पड़े 250 किलोवाट के सोलर प्लांट को फिर से चालू कर दिया गया। बताया जा रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन का आखिरी सोलर प्लांट का उद्घाटन कर सैकड़ों परिवार के घरों में रोशनी पहुंचाने का काम किया था। पूरे प्रदेश में यह पहला सोलर प्लांट था जिससे दो गांव जो अंधेरे में डूबे थे वह रोशन हुए थे। उनकी यादों को आज यहां याद किया गया।
सपा की पूरवर्ती सरकार में 7 जुलाई 2015 को कन्नौज जिले के उमर्दा विकासखंड के फकीरपुरा और चंदुआहार गांव में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 250 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन किया था। करीब साढ़े छह करोड़ की लागत से बने प्लांट से फकीरपुरा और चंदुआहार गांव के करीब 900 परिवारों को 24 घंटे बिजली बिना किसी शुल्क के मिल रही थी। शुरू होने के चार वर्षो तक यह प्लांट दोनों गाँव को जगमगाता रहा इससे 12 ट्यूबबेल चार आटा चक्की दो पोल्ट्री फार्म को मुफ्त बिजली की सुविधा मिलती थी। फ़रवरी 2020 में प्लांट के ऊपर बिजली गिर जाने से प्लांट में खराबी आ गई थी उसके बाद से यह प्लांट सिर्फ आस्वाशन पर ही रहा था।
मीडिया से बात करते हुए डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने कहा कि ये कन्नौज के फकीरे पुरवा गांव का सौभाग्य था कि यहां पर पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम आए थे और जब यहां बिजली नहीं थी। गांव अंधेरे में डूबा था, उस वक्त उन्होंने गांव को रोशन करने का काम किया था। किसी कारण वश पूर्व में सूर्य की रोशनी से चलने वाला सोलर प्लांट बंद हो गया था लेकिन अब इसको पूरी तरह से सही कर फिर गांव को रोशन करने का काम शुरू हो गया हैं। इस गांव में पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम की आखिरी याद जुड़ी हुई है इसको सब संभाल कर रक्खे। डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने सोलर प्लांट से सुविधा लेने वाले ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि इस प्लांट को चालू करने में सरकार से 96 लाख रुपए मिले थे प्लांट को चालू करवा कर ग्राम पंचायत को सौंप दिया गया है। इसमें मामूली से शुल्क आप लोगों को देना हो इससे प्लांट के खर्चे ग्राम पंचायत निकालेगी आप सब लोग सहयोग कीजियेगा और इस प्लांट को अपना ही समझियेगा।