Edited By Purnima Singh,Updated: 23 Jul, 2025 04:52 PM

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित चित्रकूट जनपद के पाठा क्षेत्र में कभी आतंक का पर्याय रहे कुख्यात डकैत शिवकुमार उर्फ ददुआ एक बार फिर चर्चा में है। इस बार भंडारे और पुण्यतिथि के आयोजन को लेकर चर्चा का केंद्र बने हुए हैं......
चित्रकूट (वीरेंद्र शुक्ला) : उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित चित्रकूट जनपद के पाठा क्षेत्र में कभी आतंक का पर्याय रहे कुख्यात डकैत शिवकुमार उर्फ ददुआ एक बार फिर चर्चा में है। इस बार भंडारे और पुण्यतिथि के आयोजन को लेकर चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। पाठा क्षेत्र में उसकी दहशत से लोग घरों के दरवाज़े बंद करके अन्दर रहने को मजबूर थे। डकैत ददुआ का नाम सुनते ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के लोगों के दिलों की धड़कनें तेज़ हो जाती थीं।
हत्या, अपहरण, फिरौती, आगजनी जैसे अपराधों में लिप्त था डकैत
जंगल में एक ‘राजा’ की तरह अपना साम्राज्य स्थापित करने वाला यह डकैत हत्या, अपहरण, फिरौती, और आगजनी जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त था। कई गांवों को उजाड़ देने वाले इस खूंखार डकैत की पुण्यतिथि पर आज उसकी पूजा अर्चना की जा रही है। लोग सिर झुकाकर उसको नमन कर रहे हैं? ऐसे में डकैत की पुण्यतिथि मनाना न सिर्फ कानून की खिल्ली उड़ाना है, बल्कि उसके आतंक से पीड़ितों के ज़ख्मों पर नमक छिड़कने जैसा काम है।
पुण्यतिथि पर बड़े पैमाने पर भंडारे का आयोजन
चित्रकूट जनपद के ग्राम पंचायत ऐलहा बढैया गांव के दतिया आश्रम में इस कुख्यात डकैत की पुण्यतिथि पर बड़े पैमाने पर भंडारे का आयोजन किया गया है। हजारों की तादाद में लोगों ने भंडारे में शिरकत की। उसकी पुण्यतिथि और भंडारे के कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के जनप्रतिनिधि और नेताओं के साथ साथ पूर्व डकैत और ग्रामीण भी शामिल हुए। कुख्यात डकैत ददुआ को श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोगों में से किसी ने डकैत ददुआ को देवता बताया है तो किसी ने गरीबों का मसीहा बताया।
सपा के पूर्व विधायक ने डकैत ददुआ को बताया रॉबिन हुड
डकैत ददुआ के बेटे एवं सपा के पूर्व विधायक वीर सिंह ने अपने पिता की तुलना रॉबिन हुड से कर दी और हद तो तब हो गई जब इस समय के मौजूदा बांदा चित्रकूट के सांसद पति व पूर्व मंत्री शिवशंकर सिंह पटेल ने डकैत ददुआ को देवता बताया और कहा कि उन्होंने जिसको मारा है वो राक्षस थे। उन्होंने राक्षसों का विनाश किया है। अब सवाल यह उठता है कि क्या एक डकैत देवता हो सकता है। जिसने कई बहनों की मांगे उजाड़ी हो, कई माताओं की गोद सूनी कर दी हो, कई बच्चों के सर से बाप का साया उठा दिया हो। ये बात किसी के जेहन में नहीं उतर रही है। क्या जिनको मौत के घाट उतारा है ओ सब राक्षस थे।