Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 28 Nov, 2020 10:31 AM
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जल निगम भर्ती घोटाले के मामले आजम खान को प्रोडक्शन वारंट भेजा है। एसआईटी ने जल निगम भर्ती घोटाले में आज़म खान को दोषी पाया है। इस मामले एसआईटी...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जल निगम भर्ती घोटाले के मामले आजम खान को प्रोडक्शन वारंट भेजा है। एसआईटी ने जल निगम भर्ती घोटाले में आज़म खान को दोषी पाया है। इस मामले एसआईटी ने आजम खान पर पहले ही मुकदमा दर्ज कर चुकी है। अब जल्द चार्जशीट फाइल करेगी।
बता दें कि 25 अप्रैल 2018 को आजम खान पर शासन के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया था। इसमें आजम के अलावा तत्कालीन नगर विकास सचिव एसपी सिंह, जल निगम के पूर्व एमडी पीके आसुदानी व जल निगम के तत्कालीन मुख्य अभियंता अनिल खरे को नामजद करते हुए परीक्षा कराने वाली संस्था मेसर्स एपटेक लिमिटेड के अज्ञात अधिकारियों को अभियुक्त बनाया गया था। एसआईटी ने अपनी जांच पूरी करके शासन को सौंप दी थी। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर ही नगर विकास विभाग ने जल निगम को भर्तियां निरस्त करने का निर्देश दिया था।
सपा की सरकार के दौरान जल निगम की भर्ती हुई थी। इसमें आजम खान पर आरोप है कि 122 सहायक अभियंता, 853 अवर अभियंता समेत कुल 1300 पद थे, जिनकी भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता बरती गई। एसआईटी की जांच में भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह दोषपूर्ण पाए जाने के बाद जल निगम ने पूर्व में जारी नियुक्ति आदेशों को निरस्त करते हुए भर्तियों को नियुक्ति तिथि से ही शून्य घोषित कर दिया गया था। खान पर आरोप है कि साल 2016-17 में जल निगम के भर्ती बोर्ड का चेयरमैन रहते हुए उनके द्वारा 1300 पदों पर भर्ती में गड़बड़ी की गई। यूपी में योगी सरकार आने के बाद इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई थी।