Edited By Anil Kapoor,Updated: 11 Oct, 2024 08:54 AM
Lucknow News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार रात गोमती नगर स्थित JPNIC को सील करने के बाद अचानक वहां मौके पर पहुंच गए। देर रात JPNIC पहुंचे अखिलेश यादव ने सुबह 10 बजे दोबारा वहां पहुंचकर समाजवादी नेता स्व. जयप्रकाश नारायण...
Lucknow News:(अश्वनी कुमार सिंह) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार रात गोमती नगर स्थित JPNIC को सील करने के बाद अचानक वहां मौके पर पहुंच गए। देर रात JPNIC पहुंचे अखिलेश यादव ने सुबह 10 बजे दोबारा वहां पहुंचकर समाजवादी नेता स्व. जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने की बात कही थी। जिससे बौखलाए प्रशासन ने अब अखिलेश यादव के घर के आसपास के पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है। जहां ड्रिल मशीन से डामर की सड़क को खोदकर उसमें बल्लियां लगा दी गई हैं। इसके बाद उनमें लोहे की बैरिकेडिंग को रस्सियों से बांधकर रास्ते को बंद कर दिया गया है। साथ ही यहां बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी भी पहुंचे हैं। उनकी देखरेख में इलाके को सील किया जा रहा है।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव गुरुवार रात गोमती नगर में जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) पहुंचे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर आरोप लगाया कि उसने प्रवेश रोकने के लिए मुख्य द्वार को टिन की चादरों से ढक दिया है। शुक्रवार यानी आज (11 अक्टूबर) समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती है। पिछले साल सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेपीएनआईसी के द्वार पर चढ़कर परिसर में स्थित जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना पड़ा था।
अखिलेश यादव ने केंद्र के बाहर संवाददाताओं से कहा कि यह जेपीएनआईसी, समाजवादियों का संग्रहालय है, यहां जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा है और इसके अंदर ऐसी चीजें हैं जिनसे हम समाजवाद को समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये टिन की चादरें लगाकर सरकार क्या छिपा रही है? क्या ऐसी संभावना है कि वे इसे बेचने की तैयारी कर रहे हैं या किसी को देना चाहते हैं?''
ऑनलाइन साझा किए गए एक वीडियो के अनुसार, यादव ने इमारत में पहुंचने पर एक चित्रकार से टिन की चादरों पर ‘समाजवादी पार्टी जिंदाबाद' लिखने को कहा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने के लिए कल केंद्र आएंगे, यादव ने कहा कि हम कल कार्यक्रम तय करेंगे। वे इसे कब तक टिन की चादरों के पीछे रखेंगे।