Edited By Ramkesh,Updated: 21 Jul, 2022 06:34 PM
मेरठ: दलित होने के कारण उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाकर इस्तीफे की पेशकश करने वाले उत्तर प्रदेश के जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या सरकार के किसी भी मंत्री से नहीं,
मेरठ: दलित होने के कारण उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाकर इस्तीफे की पेशकश करने वाले उत्तर प्रदेश के जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या सरकार के किसी भी मंत्री से नहीं, बल्कि मनमानी कर सरकार को बदनाम कर रहे कुछ अफसरों से नाराजगी है। खटीक ने यहां बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में दलित होने की वजह से उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाकर इस्तीफे की पेशकश और इस सिलसिले में सार्वजिक हुए एक पत्र के मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, ''मेरी मुख्यमंत्री या सरकार के अन्य किसी भी मंत्री से कोई नाराजगी नहीं है। वह सिर्फ कुछ अफसरों से नाराज हैं, जो मनमानी करके सरकार को बदनाम कर रहे हैं।''
खटीक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तो भ्रष्टाचार के खिलाफ 'कतई बर्दाश्त नहीं करने ' की नीति अपनाए हुए हैं, लेकिन अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को सम्मान चाहिए मगर कुछ अफसर सम्मान तो अलग बात है मांगने पर सूचना भी नहीं देते हैं। गौरतलब है कि खटीक ने दलित होने के चलते विभागीय अधिकारियों द्वारा उनकी अनदेखी किये जाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। मंत्री ने विभाग में भ्रष्टाचार होने का आरोप भी लगाया था। खटीक ने एक ओर अपना इस्तीफा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजा तो दूसरी ओर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर उन्हें भी एक प्रति दी थी। पत्र में दिनेश खटीक ने दलित होने के कारण अधिकारियों द्वारा सुनवाई न होने, तबादलों और नमामि गंगे योजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। पत्र की अंतिम पंक्ति में उन्होंने त्यागपत्र देने की बात कही थी । इस मामले को लेकर उन्होंने बुधवार रात भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की थी।