Edited By Pooja Gill,Updated: 24 Jun, 2024 12:42 PM
Mayawati News: लोकसभा चुनाव 2024 में बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद अब बसपा प्रमुख मायावती ने बूथ से लेकर जिला स्तर तक नए सिरे से समीक्षा करने के निर्देश जारी किए है। इस समीक्षा के बाद पार्टी के उन पदाधिकारियों...
Mayawati News: लोकसभा चुनाव 2024 में बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद अब बसपा प्रमुख मायावती ने बूथ से लेकर जिला स्तर तक नए सिरे से समीक्षा करने के निर्देश जारी किए है। इस समीक्षा के बाद पार्टी के उन पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका ठीक नहीं निभाई और चुनाव में निष्क्रिय बने रहे।
मायावती ने यह दिए निर्देश
बता दें कि मायावती लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद काफी नाराज थी। अब उन्होंने अपने पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए है कि बूथ, सेक्टर, विधानसभा और जिला स्तर की कमेटी की नए सिरे से समीक्षा की जाए। संगठन से उन्हें बाहर किया जाए जो सक्रिय नहीं है। 50 प्रतिशत युवा कार्यकर्ताओं को संगठन में रखा जाए। सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए वंचित समाज ही नहीं ओबीसी सहित अपर कास्ट व अल्पसंख्यक समाज के लोगों को भी मौका दिया जाए।
इन पदाधिकारियों को दी जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, बसपा सुप्रीमो ने तीन-तीन मंडलों को मिलाकर छह सेक्टर में प्रदेश को बांटते हुए सभी में अब चार-चार वरिष्ठ पदाधिकारी को लगाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल को अयोध्या, आजमगढ़ और वाराणसी मंडल के सेक्टर का भी दायित्व सौंपा है। वहीं, पाल के साथ डा. विजय प्रकाश, धर्मवीर अशोक व भीम राजभर भी लगाए गए हैं। इसी तरह लखनऊ, प्रयागराज व मिर्जापुर मंडल के सेक्टर में घनश्याम खरवार, दिनेश चंद्रा, अखिलेश आंबेडकर व शमसुद्दीन राइन, गोंडा, बस्ती व देवीपाटन मंडल के सेक्टर डा. बलिराम, भीमराव आंबेडकर, इंदरराम व सुधीर, मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद सेक्टर में मुनकाद अली, गिरीश चंद्र, दारा सिंह प्रजापति व राजकुमार गौतम, आगरा, अलीगढ़ व बरेली सेक्टर में सूरज सिंह, जफर मलिक, हेमंत प्रताप व सत्यपाल तथा कानपुर, झांसी व चित्रकूट मंडल के सेक्टर का दायित्व नौशाद अली व प्रवेश कुरील को भी जिम्मेदारी दी गई है।
पदाधिकारियों के साथ बैठकें करेंगे आकाश आनंद
लोकसभा चुनाव के बाद आकाश आनंद की बसपा में वापसी हो गई है। मायावती के निर्देशों के बाद आकाश आनंद राज्य के जिलों में जाएंगे। हर एक जिले में वह पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में बैठक करेंगे। विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बारे में उनसे खुलकर बात करेंगे। अगले विधानसभा चुनाव में बेहतर नतीजों के लिए अभी से उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताएंगे और रणनीति तैयार करेंगे। पार्टी को मजबूत करने का जिम्मा भी आकाश आनंद पर है।