Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Mar, 2020 11:22 AM
कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की है। इस दौरान गरीब परिवारों के लिए भोजन एक बड़ी समस्या बन...
मेरठः कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की है। इस दौरान गरीब परिवारों के लिए भोजन एक बड़ी समस्या बन गई है। दरअसल उत्तर प्रदेश मेरठ शहर के कंकरखेड़ा क्षेत्र में एक मजदूर का परिवार भूख-प्यास से तड़पता हुआ थाने पहुंचा, जहां उसने पुलिस से मदद की गुहार लगाई। वहीं पुलिस ने अच्छा उदाहरण पेश किया उसकी न सिर्फ मदद की, बल्कि उसके घर पर राशन भी पहुंचवाया।
दो दिन से घर में नहीं था अन्न का दाना
बता दें कि लाला मोहम्मदपुर गांव के रहने वाले इमरान के घर में दो दिन से खाना बनाने के लिये अन्न का एक दाना तक नहीं था। उसका पूरा परिवार दो दिन से भूखा प्यासा घर के अंदर कैद था। सुबह जब इमरान को कुछ समझ में नहीं आया तो वह अपनी पत्नी आशिमा, दो बेटों और दो बेटियों के साथ कंकरखेडा थाने पहुंच गया। वहां उसने थाना प्रभारी को अपनी व्यथा सुनाई। इसके बाद प्रभारी ने उसके परिवार की मदद की उनके इस पहल की हर तरफ तारीफ की जा रही है।
थाना प्रभारी ने राशन संग दिए 500 रुपये
इमरान ने बताया कि मजदूरी न चल पाने के कारण उनका पूरा परिवार दो दिनों से भूखा है। उनके घर में खाना बनाने के लिए राशन नहीं है बच्चे बहुत परेशान हैं। 'मैं थाने जाने से पहले अपने इलाके के पार्षद से मिला था तो उन्होंने मेरी कोई मदद नहीं की और उल्टा मेरे पर ही आरोप लगाने लगे कि मैं शराबी हूं। मेरे बच्चे भूखे मर रहे थे तो मेरे पड़ोस में रहने वाले पड़ोसियों ने मेरी मदद की। फिर मैं पुलिस थाना पहुंचा तो मेरा दर्द सुनकर थाना प्रभारी बिजेन्द्र पाल सिंह राणा ने पूरे परिवार को अपने ऑफिस में बैठाया और तुरंत अपने घर से राशन मंगाकर दिया। थाना प्रभारी ने अपनी तरफ से मुझे 500 रुपये भी दिया।
इमरान के परिवार ने कहा...शुक्रियां
थाना प्रभारी ने मेरी मदद तो की ही साथ ही कहा कि परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। हम आगे ही मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि घर पर पहुंचकर अपने बच्चों को खाना बनाकर खिलाओ और चिंता मत करो। मैं अल्लाह से दुआ करूंगा कि कंकरखेड़ा थानाध्यक्ष की तरक्की हो और अल्लाह उनकी हिफाजत करें।