Edited By Praveen Jha,Updated: 09 Dec, 2021 01:58 PM
कैराना विधानसभा शामली जिले के कैराना लोकसभा के अंतर्गत आती है। 2012 से पहले कैराना, मुजफ्फरनगर जिले की एक तहसील हुआ करती थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत काल में अंगराज कर्ण ने कर्णपुरी की स्थापना की थी।
Kairana Assembly Seat - 8
कैराना विधानसभा शामली जिले के कैराना लोकसभा के अंतर्गत आती है। 2012 से पहले कैराना, मुजफ्फरनगर जिले की एक तहसील हुआ करती थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत काल में अंगराज कर्ण ने कर्णपुरी की स्थापना की थी। समय-समय पर इस ऐतिहासिक नगर का नाम बदलता रहा और आधुनिक समय में यह कैराना के नाम से जाना जाता है। यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में कैराना विधानसभा काफी महत्वपूर्ण सीट है। यहां से हुकुम सिंह भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता हुआ करते थे। 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने उनकी बेटी मृगांका सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव नहीं जीत सकीं थीं। अभी यहां से समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन विधायक हैं।
कैराना विधानसभा सीट का अंकगणित
इस सीट पर अगर 17वीं विधानसभा चुनाव-2017 के आंकड़ों की बात करें तो यहां कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 659 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 63 हजार 915, महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 36 हजार 739 और थर्ड जेंडर के 05 मतदाता हैं।
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अब आपको पिछले कुछ चुनाव नतीजों की-
17वीं विधानसभा चुनाव-2017
17वीं विधानसभा चुनाव में इस सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नाहिद हसन ने जीत हासिल की। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी की मृगांका सिंह को 21 हजार 162 वोटों से हराया। नाहिद हसन को 98 हजार 830 वोट जबकि मृगांका सिंह को 77 हजार 668 वोट मिले थे। वहीं राष्ट्रीय लोक दल के अनिल कुमार 19 हजार 992 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
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बता दें कि 2014 में बीजेपी से हुकुम सिंह सांसद चुने गए...जिसके बाद यह सीट खाली हो गई...इस सीट पर 2014 में ही उप-चुनाव हुए और समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन विधायक बने थे...2017 में भी दोबारा से विधायक बने...
16वीं विधानसभा चुनाव 2012
16 वीं विधानसभा यानी साल 2012 के विधानसभा चुनावों में यहां पर 2009 में लोकसभा चुनाव हारने वाले बीजेपी के हुकुम सिंह विधायक बने। उन्होंने बसपा के अनवर हसन को 19 हजार 543 वोटों से हराया...हुकुम सिंह को कुल 80 हजार 293 वोट मिले...वहीं दूसरे स्थान पर रहे अनवर हसन को 60 हजार 750 वोट मिले थे...जबकि 21 हजार 267 वोट लाकर सपा के अयूब जंग तीसरे स्थान पर रहे थे।
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15वीं विधानसभा चुनाव 2007
15 वीं विधानसभा चुनाव 2007 में बीजेपी के हुकुम सिंह ने यहां से जीत दर्ज की थी। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी रालोद के अरशद को 8 हजार 500 वोटों से पराजित किया था...हुकुम सिंह को कुल 53 हजार 483 वोट मिले थे...वहीं अरशद को 44 हजार 983 वोट मिले थे...जबकि देवपाल सिंह कश्यप 21 हजार 330 वोट लाकर तीसरे स्थान रहे थे...
14वीं विधानसभा चुनाव 2002
14 वीं विधानसभा चुनाव में भी यहां से बीजेपी के हुकुम सिंह को ही जीत मिली थी। तब उन्होंने सपा के राजेश्वर को 10 हजार 483 वोटों से पराजित किया था। हुकुम सिंह को कुल 72 हजार 782 वोट मिले थे। वहीं राजेश्वर कुमार को 62 हजार 299 वोट मिले थे, जबकि मात्र 1 हजार 839 वोट लाकर कांग्रेस के संजीव तीसरे स्थान पर रहे थे।

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