देश में नहीं चाहिए कब्रिस्तान, मुस्लिम भी करें ‘दाह संस्कार’: साक्षी महाराज

Edited By ,Updated: 28 Feb, 2017 03:15 PM

do not agree with the statement of the prime minister there sakshi maharaj

अपने विवादित बयानों के जरिए अक्सर सुर्खियां में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायरब्रांड सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि देश में ऐसा कानून बनना चाहिए कि...

एटा: अपने विवादित बयानों के जरिए अक्सर सुर्खियां में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायरब्रांड सांसद साक्षी महाराज ने एक और विवादास्पद बयान दिया है। साक्षी महाराज ने कहा है कि देश में करीब 20 करोड़ मुसलमान हैं। सबके लिए ‘कब्रिस्तान’ संभव नहीं है। देश में ऐसा कानून बनना चाहिए कि देश में सभी धर्म और संप्रदाय के लोगों का एक अन्त्येष्टि स्थल हो। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्मशान और कब्रिस्तान वाले बयान पर साक्षी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री के इस वचन से सहमत नहीं हूँ। मैं इसे कतई स्वीकार नहीं करता कि कब्रिस्तान और श्मशान बराबर में बनना चाहिए। कब्रिस्तान बनना ही नहीं चाहिए। अगर कब्रिस्तानों में हिन्दुस्तान की सारी की सारी जमीन चली जाएगी तो खेती कहाँ होगी, खलिहान कहाँ होंगे। 

उन्होंने कहा कि दुनिया में जितने भी इस्लामिक देश हैं, वहां कोई कब्रिस्तान होता ही नहीं है, वहां तो मृतक को जलाया जाता है। देश में करीब  5 करोड़ साधू सन्यासी हैं जिनकी परंपरा भी शव को गाडऩे की है, जलाने की नहीं। देश में 20 करोड़ मुस्लिम हैं सबको कब्र चाहिए, अगर इन सबकोकब्र चाहिए तो हिंदुस्तान में इतनी जगह कहां मिलेगी। 

साक्षी महाराज ने कहा, ‘‘मंै मोदी से निवेदन करना चाहता हूँ कि श्मशान एक हो, वही श्मशान जन्नत तक ले जाए, वही श्मशान मोक्ष द्वार तक ले जाए।’’ उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोग बाहर हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई को इकठ्ठा नहीं होने देते लेकिन श्मशान में तो इकठ्ठा होने दें।

Related Story

Trending Topics

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!