Edited By prachi,Updated: 14 May, 2019 04:26 PM

झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक दुमका लोकसभा सीट है। झारखंड साल 2000 में बिहार से अलग होकर राज्य बना तब तक दुमका भी बिहार का ही एक हिस्सा था। आजादी के बाद साल 1957 में पहली बार इस सीट पर हुए चुनाव में झारखंड पार्टी के देबी सोरेन चुनाव जीते...
दुमका: झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक दुमका लोकसभा सीट है। झारखंड साल 2000 में बिहार से अलग होकर राज्य बना तब तक दुमका भी बिहार का ही एक हिस्सा था। आजादी के बाद साल 1957 में पहली बार इस सीट पर हुए चुनाव में झारखंड पार्टी के देबी सोरेन चुनाव जीते थे। इसके बाद कांग्रेस के एससी बेसरा इस सीट से लगातार तीन बार यानी की साल 1962, 1967 और 1971में सांसद बने थे। 1977 में यह सीट जनता पार्टी के खाते में गई और हेमब्रह्म बटेश्वर चुनाव जीतने में कामयाब हुए। वहीं 1980 में हुए चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर शिबू सोरेन पहली बार सांसद चुने गए। हालांकि 1984 में यह सीट फिर से कांग्रेस के पास आ गई और पृथ्वी चंद किस्कू चुनाव जीतन में कामयाब रहे थे। साल 1989 में शिबू सोरेन ने एक बार फिर वापसी की और उसके बाद 1989, 1991 और 1996 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव जीतते रहे थे। 1998 में पहली बार इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा जमाया और बाबू लाल मरांडी चुनाव जीते थे। 1999 के चुनाव में भी बाबूलाल मरांडी ने ही बाजी मारी, लेकिन 2002 में इस सीट पर एक बार फिर से शिबू सोरेन ने कब्जा जमाया और उसके बाद 2004, 2009 और 2014 में भी झामुमो का ही कब्जा रहा था । यहां तक कि 2014 में मोदी लहर में भी इस सीट पर शिबू सोरेन का दबदबा कम नहीं हुआ और चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस सीट से शिबू सोरेन 7 बार सांसद चुने गए हैं।
दुमका लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें शिकारीपाड़ा (एसटी), जामताड़ा, दुमका (एसटी), नाला, सारठ और जामा (एसटी) आती हैं। अब आइए आपको बताते हैं कि किस जिले की कौन सी विधानसभा सीटें दुमका लोकसभा के अंतर्गत आती हैं।

लोकसभा क्षेत्र - दुमका
क्रमांक |
जिला |
विधानसभा क्षेत्र |
1 |
दुमका |
दुमका (एसटी), शिकारीपाड़ा (एसटी) और जामा (एसटी) |
2 |
जामताड़ा |
जामताड़ा और नाला |
3 |
देवघर |
सारठ |

साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम को देखें तो दुमका लोकसभा की 6 विधानसभा सीटों में से 4 पर झामुमो, एक पर भारतीय जनता पार्टी और एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था।

एक नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर
इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में दुमका में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख 96 हजार 308 है। कुल मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 7 लाख 18 हजार 46, महिला मतदाताओं की संख्या 6 लाख 78 हजार 255 और ट्रांस जेंडर के कुल 7 मतदाता शामिल हैं।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन को 3 लाख 35 हजार 815 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के सुनील सोरेन 2 लाख 96 हजार 785 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेवीएम के बाबूलाल मरांडी 1 लाख 58 हजार 122 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन ने 2 लाख 08 हजार 518 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं बीजेपी के सुनील सोरेन 1 लाख 89 हजार 706 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि झाविमो के रमेश हेम्ब्रम को 64 हजार 528 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन ने 3 लाख 39 हजार 452 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के सोने लाल हेम्ब्रम 2 लाख 24 हजार 527 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे, जबकि बीएसपी के बैजनाथ मांझी को 13 हजार 478 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
