Edited By Nitika,Updated: 12 Jan, 2021 01:39 PM
दुष्कर्म प्रकरण में फंसे उत्तराखंड के भाजपा विधायक महेश नेगी की उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा याचिका स्वीकार करने के बाद उन्हें डीएनए जांच के लिए नमूना देने के लिए फिलहाल मोहलत मिल गई है।
नैनीतालः दुष्कर्म प्रकरण में फंसे उत्तराखंड के भाजपा विधायक महेश नेगी की उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा याचिका स्वीकार करने के बाद उन्हें डीएनए जांच के लिए नमूना देने के लिए फिलहाल मोहलत मिल गई है।
देहरादून के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक श्रीवास्तव ने अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के विधायक नेगी को 11 जनवरी को डीएनए जांच के लिए नमूना देने के आदेश दिया था जिसे विधायक ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय में चुनौती दी। न्यायमूर्ति नारायण सिंह धनिक वाली एकलपीठ इस मामले पर विस्तार से बुधवार 13 जनवरी को सुनवाई करेगी। इस बीच, अदालत ने विरोधी पक्ष को इस मामले में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। वहीं इससे पहले, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीवास्तव ने विधायक को 24 दिसंबर को अदालत में पेश होकर डीएनए जांच के लिए अपने रक्त का नमूना देने का आदेश दिया था। लेकिन बीमार होने का हवाला देकर वह अदालत नहीं पहुंचे, जिसके बाद उन्हें 11 जनवरी की तारीख दी गई थी।
बता दें कि विधायक नेगी पर एक महिला ने पिछले वर्ष अगस्त में आरोप लगाया था कि उन्होंने उसके साथ अलग-अलग जगहों पर कई बार कथित रूप से दुष्कर्म किया। उसने यह भी दावा किया कि विधायक उसकी पुत्री के जैविक पिता हैं। इस मामले की जांच फिलहाल पौडी जिले के श्रीनगर के महिला थाना द्वारा की जा रही है।