Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 16 Oct, 2020 12:17 PM
उत्तर प्रदेश और इंसेफलाइटिस या दिमागी बुखार का पुराना नाता रहा है। प्रदेश में दिमागी बुखार तेजी से दम तोड़ रहा है। योगी सरकार ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में
नई दिल्ली/ लखनऊः उत्तर प्रदेश और इंसेफलाइटिस या दिमागी बुखार का पुराना नाता रहा है। प्रदेश में दिमागी बुखार तेजी से दम तोड़ रहा है। योगी सरकार ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में इसपर 95 प्रतिशत काबू पा लिया है। बताते चलें कि गोरखपुर-बस्ती मंडल में दिमागी बुखार एक बड़ी चुनौती बनी रही है। इंसेफलाइटिस की चपेट में आकर अस्पताल में भर्ती व मौत के आंकड़ों में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
CM योगी ने इससे पहले दावा करते हुए कहा था कि पिछले करीब 40 साल से पूर्वांचल में प्रतिवर्ष सैकड़ों बच्चों की जान लेने वाली इंसेफेलाइटिस की बीमारी के खिलाफ पिछले तीन साल के दौरान निर्णायक जंग लड़ी गई है और इस वक्त यह लड़ाई अपने अंतिम दौर में है। उन्होंने कहा कि जल्द इंसेफेलाइटिस का नामो निशान मिट जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य के पूर्वी हिस्सों में इंसेफेलाइटिस तथा अन्य संचारी रोगों से संबंधित आंकड़े जारी करते हुए कहा कि वर्ष 2016 के बाद से अब तक इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में 90 से 95% तक की गिरावट हुई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के 816 मरीजों में से 34 की मौत हुई जबकि 2020 में 396 में से 12 रोगियों की मृत्यु हुई।